खत्म होगी 853 गांवों की जर्जर तार व पोल की समस्या

कुशीनगर के सांसद ने गांवों की बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए एक इंटर कालेज के परिसर में योजना की शुरुआत की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 12:40 AM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 12:40 AM (IST)
खत्म होगी 853 गांवों की जर्जर तार व पोल की समस्या
खत्म होगी 853 गांवों की जर्जर तार व पोल की समस्या

कुशीनगर: विकास खंड नेबुआ नौरंगिया के नौरंगिया गांव स्थित राजेश मणि इंटर कालेज परिसर में सोमवार को सांसद विजय कुमार दूबे ने एडीबी योजना अंतर्गत स्वीकृत विद्युत पोल, ट्रांसफार्मर एवं जर्जर तारों को एबी केबल में परिवर्तित करने की योजना का शुभारंभ किया। पूजन अर्चन के बीच शिलापट्ट का अनावरण किया। सांसद ने कहा कि योजना का लाभ जनपद के उन 853 गांवों को मिलेगी जहां विद्युत तार व पोल के जर्जर होने से आए दिन विद्युत आपूर्ति में दिक्कतें आती रहती थीं।

कंपनी के सीनियर इंजीनियर विजय यादव ने बताया कि गोरखपुर मंडल में इस काम के लिए 128 करोड़ का बजट पास हुआ है, जिसमें करीब 30 करोड़ कुशीनगर जनपद के लिए है। पूर्वांचल विद्युत बोर्ड से एक हजार आबादी वाले 853 गांवों की पहली सूची आई है, उसके अनुसार कार्य कराया जाएगा। सबसे पहले नेबुआ नौरंगिया ब्लाक से शुरुआत होगी। प्रधान संघ जिलाध्यक्ष व नौरंगिया प्रधान संतोष मणि त्रिपाठी, रामानुज मिश्र, अजय गोविद राव शिशु, प्रधान धीरज तिवारी, भाजपा मंडल अध्यक्ष नौरंगिया ब्रिजेश मिश्र, बगही धाम मंडल अध्यक्ष हरिगोविद रौनियार, अनिल मिश्र, सोनू तिवारी, अनिल मिश्र, सर्बजीत गुप्ता, पिटू मिश्र, अमित राव, निखिल उपाध्याय, विजय यादव, विनोद कुमार राजपूत, विकास यादव आदि मौजूद रहे।

ग्रामीणों की शिकायत पर कोटेदार की हुई जांच

विकास खंड तमकुही के ग्राम पंचायत महुअवा-देवरिया के ग्रामीणों की शिकायत व एसडीएम के निर्देश पर पूर्ति निरीक्षक ने सोमवार को कोटेदार की स्वैप मशीन, स्टाक, रजिस्टर तथा गोदाम की जांच की। उन्होंने ग्रामीणों की शिकायत को सही पाया। कहा कि जांच रिपोर्ट शीघ्र एसडीएम को सौंप दी जाएगी।

जागरण ने 14 जून के अंक में 'खाद्यान्न न देने का आरोप, जांच' शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई थी। उसी का संज्ञान लेते हुए एसडीएम एआर फारूकी ने पूर्ति निरीक्षक विजय राय को ग्रामीणों की शिकायत की स्थलीय जांच का निर्देश देकर भेजा था। गांव में पहुंचे पूर्ति निरीक्षक जांच के बाद शिकायतकर्ता ग्रामीणों का बयान दर्ज किया।

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