तीसरे दिन हुआ बालकों के शव का अंतिम संस्कार
कुशीनगर के कप्तानगंज में हुई बालकों की मौत के मामले में शांति व्यवस्था को लेकर मुस्तैद रही पांच थानों की फोर्स कार्रवाई की मांग को लेकर स्वजन ने रोक दिया था शव।
कुशीनगर : कप्तानगंज कस्बे के एकलव्य नगर मोहल्ला निवासी दोनों बालकों के शव का तीसरे दिन बुधवार को रामजानकी घाट पर अंतिम संस्कार हुआ। एक साथ जब दो चिताएं जलीं तो माहौल गमगीन हो गया। शांति व्यवस्था को लेकर पांच थानों की फोर्स मौजूद रही। उधर सुबह पीड़ितों के घर पहुंचे एएसपी एपी सिंह, सीओ पियूषकांत राय ने स्वजन तथा आक्रोशित भीड़ को निष्पक्ष तथा सख्त कार्रवाई का विश्वास दिलाया।
वार्ड के शंभु निषाद के12 वर्षीय पुत्र अंकुश पड़ोस के नौ वर्षीय रंजीत पुत्र नाथू साहनी संग सोमवार दोपहर तीन बजे मोहल्ले में ही खेलने निकले। शाम को लोगों ने एकलव्य प्रतिमा के समीप स्थित तालाब में दोनों का शव देखा। स्वजन मोहल्ले के ही तीन लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए उनके घरों पर पथराव कर दिए। इसमें चौकी इंचार्ज वीरेंद्र सिंह सहित चार पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। रात में ही वार्ड की महिलाएं कार्रवाई की मांग को लेकर सड़क पर उतर आईं। हाईवे जाम कर दिया। देर रात पुलिस एनएच खाली कराया। इसके बाद महिलाएं वार्ड में ही सड़क पर पूरी रात धरने पर बैठे रहीं। दूसरे दिन मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद शाम करीब साढ़े पांच बजे शवों को घर ले जाया गया। स्वजन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने तथा आरोपितों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए अंतिम संस्कार से इन्कार कर दिया। माहौल बिगड़ता देख पुलिसकर्मियों ने आरोपितों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज होने तथा पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंप कर सख्त कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। तब जाकर मामला शांत हुआ। इधर सुबह से ही पुलिस सक्रिय हो गई। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच स्थिति पर नजर बनाए रखे। दोपहर में शवों का रामजानकी घाट पर अंतिम संस्कार हुआ।