विज्ञान से सोच को सच में बदल सकते हैं छात्र : शैलेंद्र

कुशीनगर के भुजवली इंटर कालेज में आयोजित विज्ञान महोत्सव में छात्र-छात्राओं को दी गई जानकारी प्रशिक्षण के साथ कौशल विकास पर दिया गया जोर।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 11:20 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 11:20 PM (IST)
विज्ञान से सोच को सच में बदल सकते हैं छात्र : शैलेंद्र
विज्ञान से सोच को सच में बदल सकते हैं छात्र : शैलेंद्र

कुशीनगर: खड्डा विकास खंड के राष्ट्रीय इंटरमीडिएट कालेज भुजवली प्रमुख में एक निजी संस्था के तत्वावधान में सात दिवसीय विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ हुआ। इसमें हाईस्कूल व इंटर के छात्र-छात्राओं को विज्ञान की सहायता से अपनी सोच को सच में बदलने की जानकारी दी गई।

उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि हनुमान इंटर कालेज के प्रधानाचार्य शैलेंद्र दत्त शुक्ल ने कहा कि ²ढ़ इच्छाशक्ति से विद्यार्थी अपनी सोच को सच में बदल सकते हैं। प्रतिदिन हो रहे आविष्कार की जानकारी रखें और पाजिटिव सोच से लक्ष्य को हासिल करें। प्रशिक्षण के साथ कौशल विकास भी जरूरी है। मेरठ इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिग एंड टेक्नालाजी के वैज्ञानिक डा. अवधेश सिंह पुंडरीक, डा. सुनील राजौरिया, डा. अवधेश सिंह, डा. चंदन सिंह आदि ने छात्र-छात्राओं को रोबोट, बायोटेक्नालाजी, डीएनए, फिगर प्रिट, जल एवं हवा का शुद्धीकरण, ब्लड ग्रुप की जांच करने की जानकारी दी। प्रोजेक्टर के माध्यम से मिशन मंगल मूवी दिखाकर विज्ञान के प्रति जागरूक किया।

संस्थापक आशीष मिश्र ने सिगापुर से वर्चुअल संवाद कर छात्र-छात्राओ को प्रोत्साहित किया। अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष हरिकेश मिश्र ने व संचालन आदर्श पाठक ने किया। प्रधानाचार्य डा. देवेंद्र मणि त्रिपाठी ने अतिथियों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।

विज्ञान के प्रति युवाओं में ललक पैदा करने की जरूरत

कुबेरस्थान क्षेत्र के बेलवा में नवाचार एवं विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें अटल सामुदायिक नवाचार केंद्र के दिशा निर्देशन में मेरठ इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिग एंड टेक्नालाजी के विशेषज्ञों ने छात्र-छात्राओं को अपने आस-पास उपलब्ध संसाधनों से खोज करने की जानकारी दी।

मुख्य अतिथि शिक्षाविद् सतीश चंद त्रिपाठी ने कहा कि युवाओं में तकनीकी शिक्षा के प्रति ललक पैदा करने की जरूरत है। इंजीनियर हिमांशु श्रीवास्तव, एसोसिएट प्रोफेसर अवधेश मिश्रा, डा. सुशील राजोरिया, डा. एचएन वोहरा, डा. अविनाश सिंह, रोबोट इंजीनियर डा. चन्दन सिंह, डा. अवधेश सिंह आदि ने नवाचार/विज्ञान से जुड़ी उपयोगी जानकारियां बाल वैज्ञानिकों से साझा की। विभिन्न तरह के किट तैयार करने की विधि एवं जलवायु पर आधारित प्रयोगों के बारे में बताया। अनिल त्रिपाठी ने भी संबोधित किया। संरक्षक हरिवंश मिश्र ने बताया कि संस्थान की ओर से 10 विद्यालयों को पुस्तकालय के मद में 50-50 हजार की मदद की गई है। 65 बच्चों के पठन-पाठन का खर्च संस्थान उठा रहा है। विनोद त्रिपाठी, विदुर कुशवाहा, उपेंद्र पांडेय, ओमप्रकाश गुप्त, दिनेश तिवारी आदि मौजूद रहे।

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