राम नाम के जप से दूर होते हैं कष्ट: पंडित वीरेंद्र

कुशीनगर रामकोला विकास खंड के सिधावे गांव स्थित भड़कुड़वा धाम मंदिर परिसर में चल रहे

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 12:47 AM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 12:47 AM (IST)
राम नाम के जप से दूर होते हैं कष्ट: पंडित वीरेंद्र
राम नाम के जप से दूर होते हैं कष्ट: पंडित वीरेंद्र

कुशीनगर: रामकोला विकास खंड के सिधावे गांव स्थित भड़कुड़वा धाम मंदिर परिसर में चल रहे शतचंडी महायज्ञ के चौथे दिन बुधवार को कथावाचक पंडित वीरेंद्र तिवारी ने राम नाम की महिमा का वर्णन किया।

उन्होंने कहा कि जो मनुष्य राम नाम के जप में मन लगाता है, उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। यह प्रभु श्रीराम की कृपा पाने का मार्ग है। राम नाम का जप मन की खिड़की खोल देता है। राम कृपा की किरण आने लगती है और आनंद की प्राप्ति होती है। आयोजक पवन सिंह, रामनाथ गुप्ता, दिग्विजय मद्धेशिया, हरीश चंद्र मिश्रा, पूर्व प्रधान भगवंत यादव, रमन शाही, प्रियांशु मद्धेशिया, पवन मद्धेशिया, कौशल राय, शशिकांत मद्धेशिया, जयकिशन मद्धेशिया आदि मौजूद रहे।

मंसाछापर: विकास खंड विशुनपुरा के त्रिलोकपुर खुर्द गांव में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन भोजपुरी कथावाचक पंडित राजाराम पांडेय ने हिरण्यकश्यप वध की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि भगवान शिव से वरदान पाने के बाद हिरण्यकश्यप अपने आप को भगवान समझने लगा था। प्रजा और भगवान के भक्तों को प्रताड़ित करने लगा। उसके पुत्र प्रह्लाद भगवान के भक्त थे, दिन रात नारायण का नाम जपते थे। हिरण्यकश्यप ने पहले समझाया, नहीं मानने पर प्रह्लाद को मारने का काफी प्रयास किया। थक हार कर प्रह्लाद को मारने के लिए तलवार निकाल लिया तो खंभा फाड़कर प्रभु नरसिंह रूप में प्रकट हुए और हिरण्यकश्यप का वध कर अपने भक्त की रक्षा की। मुख्य यजमान रतन पांडेय, सहयोगी नागेन्द्र पांडेय, कृष्ण मुरारी पांडेय, दामोदर पांडेय, देवीकांत पांडेय आदि मौजूद रहे।

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