शरद पूर्णिमा आज, बरसती है मां लक्ष्मी की कृपा
शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है इस दिन लोग खीर का प्रसाद बनाकर भगवान को भोग लगाकर ग्रहण करते हैं माना जाता है कि इस दिन रात में आकाश से अमृत वर्षा होती है भगवान विष्णु की आराधना के बाद प्रसाद का वितरण करना चाहिए।
पडरौना: सुख, समृद्धि एवं धन-धान्य प्रदान करने वाला शरद पूर्णिमा का त्योहार मंगलवार को मनाया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान पूर्वक आराधना करने से मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है। इस दिन बनने वाली खीर के प्रसाद का बड़ा ही महत्व है। इसे स्वयं ग्रहण करने के साथ ही लोगों में वितरित भी किया जाता है।
महर्षि पाराशर ज्योतिष संस्थान ट्रस्ट के ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश पांडेय ने बताया कि आश्विन शुक्ल की पूर्णिमा को यह व्रत व पूजन करना चाहिए। इस वर्ष मंगलवार को सायं 06.41 के पश्चात पूर्णिमा तिथि प्रारंभ होकर बुधवार को सायं 07.37 बजे तक रहेगी। निर्णयसिन्धु के मतानुसार आश्विन शुक्ल पूर्णिमा जिस दिन रात्रि काल में मिलती है उसी दिन रात्रि में कोजागरी व शरद पूर्णिमा का पूजन व खुले आसमान में खीर बनाकर रखना चाहिए। इस प्रकार मंगलवार को ही शरद पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन रात्रिकाल के प्रथम प्रहर में खुले आकाश में भगवान कृष्ण का आवाहन कर, उनका षोडशोपचार पूजन कर, गोदुग्ध में मेवा आदि डालकर पायस (खीर) बनाएं। भगवान को भोग लगावें। फिर उस पात्र को किसी जालीदार कपडे़ से ढंक कर छत पर रख दें। शास्त्र के अनुसार चांदनी रात में आसमान से अमृत की वर्षा होती है, जो उस खीर में समाहित होती है। रात्रि के दूसरे प्रहर के अंत तक भगवान विष्णु का कीर्तन व भजन करें। तत्पश्चात भगवान को विश्राम मुद्रा में रखकर स्वयं शयन करें। प्रात: काल सूर्योदय के पूर्व इस प्रसाद को ग्रहण करें तथा अपने इष्ट-मित्रों में वितरण करें। शरद पूर्णिमा को कोजागरी व कौमुदी व्रत के नाम से भी जाना जाता है। स्नान-दान पूर्णिमा बुधवार को है।
तैयारियां पूरी, शरद पूर्णिमा मेला आज से
दुदही विकास खंड के दुमही गांव के देवामन ताल के समीप स्थित ऐतिहासिक दुर्गा मंदिर परिसर में आयोजित होने वाले 30 वें दो दिवसीय शरद पूर्णिमा मेला की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
सोमवार को आयोजन समिति की बैठक में तैयारियों की जानकारी ली गई। अध्यक्ष सत्येंद्र उर्फ बबलू तिवारी ने बताया कि मंगलवार की शाम देवी अराधना के साथ मेला का शुभारंभ होगा। रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम व बुधवार को दंगल कुश्ती का आयोजन होगा, जिसमें अंतरप्रांतीय पहलवान भाग लेंगे। शाम को हवन पूजन व भंडारा के साथ मेला का समापन होगा। पूर्व प्रधान राम बिहारी राय, पूर्व प्रधान रामचंद्र राय, बीडीसी सत्येंद्र उर्फ गुड्डू शुक्ल, मुलायम गोंड, महंथ कुशवाहा, राजकुमार गुप्ता, एडवोकेट अशोक राय, रमाकांत पांडेय, जितेंद्र गुप्ता, प्रेम तिवारी, उमेश आर्य, पप्पू तिवारी, शैलेश तिवारी, अभिषेक तिवारी, करन खरवार, प्रमोद शर्मा, रंजन सिंह, राधेश्याम पासवान, प्रदीप गुप्ता, रवि चौरसिया, हरेंद्र पटेल, विकास तिवारी आदि कार्यक्रम को सफल बनाने में मनोयोग से जुटे हैं।