लापरवाही में 41 आशा कर्मियों की सेवा समाप्त
कुशीनगर के डीएम की समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई कि आशा कर्मी एक साल से कार्य में रूचि नहीं ले रही थीं स्वास्थ्य समिति की बैठक में पूछताछ के दौरान सामने आई सच्चाई।
कुशीनगर : बुधवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जब यह बात सामने आई कि एक वर्ष से 41 आशा कर्मियों द्वारा कोई कार्य नहीं किया गया तो जिलाधिकारी एस राजलिगम ने तुरंत सेवा समाप्ति का आदेश दिया। कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कहीं कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से आशाओं द्वारा भ्रमण आदि की जानकारी मांगी तो पता चला कि 41 आशा कर्मियों द्वारा एक वर्ष से कोई कार्य ही नहीं किया गया है। आशा बहू के रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती किये जाने का भी निर्देश दिया गया। बैठक दौरान एनआरसी कार्यक्रम के तहत जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में वर्तमान समय में कुपोषित बच्चों के एडमिट न होने के बारे में पूछा गया। सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को फटकार लगाई गई। आइसीडीएस विभाग से समन्वय स्थापित कर कुपोषित बच्चों को एडमिट कर इलाज करने का सख्त निर्देश दिया। बीएचएनडी कार्यक्रम की समीक्षा विधिवत रूप से की गई । इस दौरान अभियान के रूप में नव निर्वाचित ग्राम प्रधानों का सिग्नेचर लेकर फीड कराने की हिदायत दी गई, ताकि एएनएम व ग्राम प्रधान के संयुक्त खाते का संचालन शुरू किया जा सके। बैठक दौरान इमुलाइजेशन, निर्माण कार्यों, अस्पताल की रंगाई-पुताई, उपकरणों की आपूर्ति सहित सभी कार्यों की समीक्षा की गई। दो अगस्त से 14 अगस्त तक चलने वाले डायरिया पखवाड़ा को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एसपी सिंह को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुरेश पटारिया, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एसके वर्मा आदि उपस्थित रहे।