सचिवों ने 66 गांवों से कराया 19.8 लाख का फर्जी भुगतान

कुशीनगर के दुदही ब्लाक के सचिवों ने लगाया चूना मामला एक ग्राम प्रधान द्वारा भुगतान मांगे जाने पर खुला संबंधित ट्रेडिग कंपनी के प्रोपराइटर ने की भुगतान पाने की पुष्टि मामले को लेकर प्रभावित गांवों के ग्राम प्रधानों में आक्रोश।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 01:39 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 01:39 AM (IST)
सचिवों ने 66 गांवों से कराया 19.8 लाख का फर्जी भुगतान
सचिवों ने 66 गांवों से कराया 19.8 लाख का फर्जी भुगतान

कुशीनगर : दुदही विकास खंड में दर्जन भर ग्राम पंचायत सचिवों ने 66 गांवों के प्रधानों की जानकारी के बगैर ही राज्य वित्त खाते से एक ट्रेडिग कंपनी को 19.80 लाख रुपये का भुगतान करा दिया। यह रकम स्टेशनरी, प्रधान व सचिव के डांगल, कागज, पिन, ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव के नाम पर 30-30 हजार रुपये का फर्जी एफपीओ बना ट्रेडिग कंपनी के खाते में भेजी गई है। मामले सामने आने पर शनिवार को प्रधानों के आक्रोश को देख आपरेटर सुरेश रावत प्रमुख के कक्ष में छिप गया। संबंधित कंपनी के प्रोपराइटर ने 45 ग्राम पंचायतों से 30-30 हजार रुपये खाते में भुगतान आने की पुष्टि की।

प्रमुख प्रतिनिधि लल्लन प्रसाद गोंड ने बीडीओ को इससे अवगत कराया व कंप्यूटर आपरेटर को उसके घर पहुंचवाया। संबंधित कंप्यूटर आपरेटर ने बताया कि सचिवों ने एफपीओ बना कर भुगतान करने के लिए दबाव बनाया तो मुझे भुगतान करना पड़ा, जिम्मेदारी उनकी है। एडीओ पंचायत मजरुल हक का कहना है कि भुगतानकर्ता व ग्राम सचिव, दोनों जिम्मेदार है। प्रधान संघ के अध्यक्ष विजय सिंह का कहना है कि जांच कराकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होने तक प्रधान चुप नहीं बैठेगें। बीडीओ संदीप सिंह ने बताया कि मामले की जांच कर संबंधित ग्राम पंचायत सचिव व कंप्यूटर आपरेटर के खिलाफ कार्रवाई होगी। यह सरकारी धन के बंदरबांट का गंभीर मामला है।

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ऐसे सामने आया मामला

ग्राम प्रधान गोड़रिया तारामणि गुरुवार की शाम ब्लाक पहुंचीं। एडीओ पंचायत कार्यालय के लिपिक से अपने गांव के विकास कार्यों के मद में भुगतान की बात कर रही थीं। इसी बीच पता चला कि उनके खाते से 30 हजार रुपये निकाले गए हैं। जांच हुई तो पता चला कि 66 ग्राम पंचायतों के साथ ऐसा हुआ है। ग्राम प्रधानों ने कार्रवाई के लिए सांसद डा. रमापति राम त्रिपाठी को भी ज्ञापन सौंपा है।

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