कोरोना की दूसरी लहर अधिक घातक
डा. अजय कुमार शुक्ल एमडी फिजिशियन पडरौना ने बताया कि कोरोना से संक्रमण से बचाव के लिए बार-बार हाथों को धोना जरूरी है ठीक उसी तरह पौष्टिक आहार का सेवन करना जरूरी है। बिना प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जरूरी उपाय करने चाहिए।
कुशीनगर: देश में आई कोरोना की दूसरी लहर पहले की अपेक्षा अधिक घातक साबित हो रही है। संक्रमित लोगों की संख्या में प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो वायरस काफी तेजी से फैल रहा है। आने वाले चार सप्ताह में हम सभी को अत्यधिक सतर्क रहना होगा और गाइड लाइन का कड़ाई के साथ अनुपालन करना होगा।
यह बातें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. धर्मेंद्र कुमार तिवारी ने कही। वह शुक्रवार को अस्पताल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वायरस के संक्रमण के लक्षण पुराने से अधिक गंभीर हैं। खांसी, बुखार, गले में तकलीफ के साथ अन्य लक्षण भी सामने आ रहे हैं। दूसरी लहर में संक्रमित लोगों में वायरल बुखार के साथ पेट में दर्द, उल्टी, दस्त, घबराहट, सर्दी जुकाम, बदन दर्द, गैस, भूख न लगना, मांसपेशियों में अकड़न आदि की शिकायतें मिल रही हैं। ऐसा लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल पर जाएं और चिकित्सकीय सलाह लें। जांच कराएं और परामर्श के मुताबिक दवा लें। अगर रिपोर्ट पाजिटिव आती है तो चिकित्सक की ओर से दी गई दवाएं ही लें और घर में आइसोलेट रहें। ज्यादा दिक्कत होने पर कोविड हेल्पलाइन या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें। जिन्हें टीका लग चुका है वे भी मास्क लगाएं और शारीरिक दूरी बनाए रखें। शरीर में न होने दें पानी की कमी डा. अजय कुमार शुक्ल, एमडी फिजिशियन, पडरौना ने बताया कि कोरोना से संक्रमण से बचाव के लिए बार-बार हाथों को धोना जरूरी है, ठीक उसी तरह पौष्टिक आहार का सेवन करना जरूरी है। बिना प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जरूरी उपाय करने चाहिए। बहुत जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकले, क्योंकि ऐसी स्थिति और खतरनाक होगी। बिना साबुन से हाथ धोए नाक, मुंह आदि को न छुएं। सैनिटाइजर का प्रयोग करें। घर से निकलते समय मास्क का जरूर प्रयोग करें। लंबे आस्तीन के कपड़े पहनें। लहसुन व अदरक के अलावा विटामीन सी वाले फल जैसे नीबूं, संतरा, कीवी, अमरूद, टमाटर, स्ट्राबेरी का भी प्रयोग करें। ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन न करें। थोड़ी सी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकी है। इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। अपने आसपास का वातावरण साफ व स्वच्छ रखें। जरूरत के मुताबकि पानी का इस्तेमाल करते रहे। इस वायरस से डरने की जरूरत नहीं है बल्कि अपने व परिवार की सुरक्षा को न बाहर निकले और न किसी को निकलने दें। रोग मुक्त होने के लिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करना होगा।