ट्रैक्टर से गांव में पहुंचे एसडीएम, लिया बाढ़ का जायजा
कुशीनगर के बाढ़ प्रभावित गांवों में प्रशासन मदद पहुंचाने लगा है एसडीएम ने गांव में भोजन-तिरपाल के लिए प्रधानों को दिए 10-10 हजार रुपये लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए हर गांव में दी नाव।
कुशीनगर : लगातार बढ़ रहे नदी के जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है। डीएम एस राजलिगम के निर्देश पर बुधवार को सुबह एसडीएम अरविद कुमार, नायब तहसीलदार डा. रवि कुमार यादव, एसएचओ आरके यादव राजस्व टीम के साथ ट्रैक्टर-ट्राली व नाव से यात्रा कर नदी उस पार के गांवों का जायजा लिए।
ग्रामीणों को तत्काल राहत के लिए एसडीएम ने अपने पास से शिवपुर, मरिचहवा, हरिहरपुर व नरायनपुर के प्रधानों को 10-10 हजार रुपये देकर भोजन व तिरपाल की व्यवस्था कराने का निर्देश दिए। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं सुनीं और डीएम को अवगत कराया। ग्रामीणों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। लोगों को गांव से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए प्रत्येक गांव में दो-दो नाव की व्यवस्था कराई। एसडीएम ने कहा कि अनुमान से पहले बाढ़ आने के कारण परेशानी खड़ी हुई है। बाढ़ पीड़ितों की दुश्वारियां कम करने के लिए प्रशासन जुट गया है। किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।
दियारा से बाढ़पीड़ितों का पलायन शुरू
वाल्मीकिनगर बैराज से नारायणी में बढ़े डिस्चार्ज के बाद दियारा के गई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। दूसरी ओर मूसलधार बारिश से संकट और बढ़ गया है। बुधवार को दोपहर में शाहपुर व विध्याचलपुर के सैकड़ों लोग सुरक्षित जगह के लिए पलायन कर गए।
शाहपुर के प्रधान प्रतिनिधि संतोष राय ने नाव का प्रबंध कर प्राथमिक विद्यालय में एकत्रित ग्रामीणों को सालिकपुर चौकी पर सुरक्षित पहुंचाया। उन्होंने बताया कि अभी 50-60 लोग गांव में हैं। नाव में जगह न होने के कारण उन्हें नहीं निकाला गया है। प्राथमिक विद्यालय व गांव के कुछ लोगों के मकानों की छत पर उनके रहने का प्रबंध किया गया है। गुरुवार को नाव से उन्हें सुरक्षित पुलिस चौकी पर लाया जाएगा।