कुशीनगर में अब बच्चों की सेहत सुधारेगा 'संभव'

कुशीनगर में कुपोषण पर वार बीमार बचों की सेहत को लेकर बाल विकास विभाग गंभीर एक जुलाई से दो अक्टूबर तक घर-घर पहुंचेंगी कार्यकर्ता।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 12:54 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 12:54 AM (IST)
कुशीनगर में अब बच्चों की सेहत सुधारेगा 'संभव'
कुशीनगर में अब बच्चों की सेहत सुधारेगा 'संभव'

कुशीनगर : कुपोषण पर वार करने के लिए बाल विकास विभाग जुलाई से 'संभव' अभियान चलाएगा। इसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुपोषित तथा अतिकुपोषित बच्चों के घर पहुंच कर बच्चों को पौष्टिक आहार मुहैया कराएंगी। जिन बच्चों की स्थिति गंभीर होगी उन्हें पुनर्वास केंद्र भेजा जाएगा। मंशा है कि जिले में एक भी बच्चा कुपोषित न रह जाए। ऐसे में इस योजना को जमीन पर उतारने के लिए कवायद शुरू हो गई है।

अभियान के तहत वजन और उंचाई के अनुसार गंभीर अल्प वजन वाले बच्चों को चिन्हित करने का कार्य शुरू है। इसके अलावा दिव्यांग बच्चों को भी चिन्हित किया जाएगा। 17 जून से ही सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर शून्य से पांच वर्ष के बच्चों का वजन किया जा रहा है। ताकि वजन के आधार पर कुपोषित तथा अति कुपोषित बच्चों की पहचान हो सके। इसी आधार पर एक जुलाई से दो अक्टूबर तक 'संभव' अभियान, चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत चिन्हित बच्चों के घर पहुंच कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी लेंगी। बीमार बच्चों को चिकित्सकीय उपचार के लिए परामर्श देंगी। तथा अति कुपोषित बच्चों को जिला अस्पताल स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र भेजने में मदद करेंगी।

सेहत में हुई प्रगति का होगा आंकलन

संभव अभियान के दौरान कुपोषित बच्चों की सेहत में हुई प्रगति का आंकलन भी होगा। 20 से 25 सितंबर के मध्य चिन्हित बच्चों का फिर से वजन कर कुपोषित बच्चों की सेहत सुधार में हुई प्रगति का आंकलन किया जाएगा।

डीपीओ एसके सिंह ने कहा कि

वजन, ऊंचाई व लंबाई के आधार पर कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है। दिव्यांग बच्चों को भी चिन्हित किया जाएगा। इसी आधार पर जुलाई में संभव अभियान चलाकर चिन्हित बच्चों की सेहत सुधारने का कार्य होगा। जुलाई में मातृ पोषण, अगस्त में बच्चों के जीवन के पहले एक हजार दिवस और सितंबर में कुपोषित बच्चों के उपचार पर फोकस रहेगा।

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