विपक्षी दलों का सरकार पर हल्ला बोल, नारेबाजी व प्रदशर्न
कुशीनगर में विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन किए धरना देकर घटना के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
कुशीनगर : लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर सोमवार को सियासत पूरी तरह से गरम रही। कांग्रेस, सपा व भाकियू ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल के अंदाज में एक साथ हमला बोला। किसानों की हत्या करने का आरोप लगाते हुए विरोध- प्रदर्शन किया। मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंप कार्रवाई की मांग।
सपा ने की कार्रवाई की मांग
घटना के विरोध में सपा जिलाध्यक्ष डा. मनोज यादव की अगुआई में जिला मुख्यालय पहुंचे और कलेक्ट्रेट के समक्ष धरना शुरू कर दिए। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए, घटना की न्यायिक जांच की जाए, मृतक के स्वजन को 50 लाख रुपये आर्थिक सहायता दी जाए, गृह राज्यमंत्री का पद से बर्खास्त किया जाए। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के गिरफ्तारी की निदा करते हुए रिहा करने की मांग की। इस दौरान पूर्व सांसद बालेश्वर यादव, विजेन्द्र पाल यादव, कैसर जमाल टीटू, अखिलेश यादव, बजरंगी यादव आदि मौजूद रहे। कसया कार्यालय के अनुसार राजेश प्रताप उर्फ बंटी राव के नेतृत्व में सपाइयों ने शहीद स्मारक में गांधी प्रतिमा के समक्ष काली पट्टी बांध धरना दिया। पूर्व ब्लाक प्रमुख अभिषेक उर्फ राजन त्रिपाठी की अगुआई में भी ज्ञापन सौंपा गया। सेवरही कार्यालय के अनुसार सपा कार्यकर्ताओं ने सीओ तमकुहीराज को ज्ञापन सौंप कार्यवाही की मांग की। इस दौरान पूर्व विधायक नंदकिशोर मिश्र, पूर्व विधायक कासिम अली, गोरख निषाद, सपा नेता मधुरश्याम राय, पूर्व ब्लाक प्रमुख डा. उदय नारायण गुप्ता, अवध किशोर कुशवाहा आदि मौजूद रहे। दूसरी ओर पूर्व अध्यक्ष नगर पंचायत सेवरही त्रिभुवन प्रसाद जायसवाल के नेतृत्व में धरना दे रहे मक्खन जायसवाल, सलीम आलम, राहुल यादव, विक्की, अकबर जमाल को गिरफ्तार कर पुलिस थाने ले गई। बाद में मुचलके पर रिहा कर दी।
कांग्रेस ने सौंपा ज्ञापन, जताया विरोध
कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह की अगुआई में कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के समक्ष प्रदर्शन करते हुए इस घटना को किसानों के नर संहार बताया। चार सूत्रीय मांगों का ज्ञापन अपर जिलाधिकारी विध्यवासीनी राय को सौंपते हुए राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी व राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा को तत्काल रिहा करने व घटना की न्यायिक जांच कराने सहित अन्य मांगें रखीं। कहा कि इस सरकार में लोकतंत्र का गला घोंट दिया गया है। किसानों के साथ हुई यह घटना सरकार का चेहरा बता रही है। इस अवसर पर ब्रजभूषण गुप्ता, संदीप शर्मा, आदित्य तिवारी, रुद्र प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे। तरयासुजान संवाददाता के अनुसार कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय पहुंच प्रदेश सरकार के खिलाफ सभा कर सीओ फूलचंद कन्नौजिया को ज्ञापन सौंप कार्यवाही की मांग की। अनिल पटेल, डा. जेबी सिंह, इदरीश अंसारी, अशोक पटेल, उपेंद्र चौहान, पंकज, संजय कुशवाहा, मिथिलेश खरवार, वारिस अंसारी, डॉ. प्रभु गुप्ता, अजय गुप्ता आदि मौजूद रहे। कसया कार्यालय के अनुसार कसया तहसील क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया और घटना को शर्मनाक बताते हुए त्वरित व प्रभावी कार्रवाई की मांग की।
भाकियू ने जताया विरोध, दिया धरना
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष ध्रुव नारायण यादव की अगुआई में कलेक्ट्रेट पहुंचे औश्र यहां कुछ देर के लिए पंचायत लगाई। इसमें केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त करने की मांग करते हुए अन्य आरोपितों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। इस अवसर पर उदयभान यादव, हलवंता दवी, लक्ष्मी देवी, शंभू यादव, सुबाष कुशवाहा, रामबेलास गुप्ता, राजेन्द्र गुप्ता, फूलवंती देवी, दयाशंकर मद्धेशिया, लक्ष्मी गुप्ता आदि मौजूद रहे। कसया में उप्र किसान सभा जिला कौंसिल के कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष का. मोहन प्रसाद गोंड के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा। सरकार के विरोध में नारेबाजी की और किसान विरोधी बताया।
पूर्व राज्यमंत्री ने सपा कार्यकर्ताओं के साथ दिया धरना
पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ताओं ने धरना दिया।
राधेश्याम सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार में कोई सुरक्षित नहीं है। उन्होंने लखीमपुर खीरी की घटना की निदा की। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की गिरफ्तारी को लोकतंत्र के लिए कुठारघात बताया। इस दौरान सुरेंद्र यादव, शेलेंद्र प्रताप सिंह, रामपरसन सिंह, कपिलेश्वर वरनवाल, अजय कुमार यादव, प्रमोद यादव, विनोद निषाद, राजनरायन शाही, विनय पटेल, विरेंद्र नाथ तिवारी, दानिश खां, उपेंद्र यादव, संदीप राय, लक्ष्मी कांत सिंह आदि मौजूद रहे।