आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण
बच्चों में कृमि संक्रमण से रोकथाम के लिए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत सोमवार से सात अक्टूबर तक बच्चों को दवा की खुराक खिलाई जाएगी। किसी भी बच्चे को खाली पेट दवा का सेवन नहीं कराया जाए। कोविड-19 से संक्रमित/बीमार को दवा का सेवन नहीं कराना है।
कुशीनगर: सोमवार से शुरू हो रहे राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान में आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। वे घर-घर भ्रमण कर एक से लेकर 19 वर्ष के बच्चे व किशोरों को अपनी निगरानी एल्बेंडाजोल की दवा खिलाएं।
यह निर्देश रविवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम भूपेंद्र एस चौधरी ने दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों में कृमि संक्रमण से रोकथाम के लिए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत सोमवार से सात अक्टूबर तक बच्चों को दवा की खुराक खिलाई जाएगी। किसी भी बच्चे को खाली पेट दवा का सेवन नहीं कराया जाए। कोविड-19 से संक्रमित/बीमार को दवा का सेवन नहीं कराना है। हाट स्पॉट जोन में यह अभियान नहीं चलेगा।
उन्होंने पहली अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए एक-एक प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से कार्य योजना की तैयारी की जानकारी ली। निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्र की आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से शून्य से 15 साल तक के बच्चों का डाटा प्रभारी चिकित्सा अधिकारी शीघ्र कंप्यूटर में पूर्ण विवरण मोबाइल सहित फीड करा लें। स्वास्थ्य विभाग के सभी संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। सीडीओ अन्नपूर्णा गर्ग, एडीएम विध्यवासिनी राय, सीएमओ डा. एनपी गुप्ता आदि अधिकारी मौजूद रहे।