संवदेनहीन रहे जिम्मेदार, सड़क पर चीखती रह गई संवदेना

कुशीनगर में आटो पलटने के बाद सड़क पर मदद के लिए लगाते रहे गुहार हादसे की पुष्टि करने में ही पुलिस को लगे घंटों स्वास्थ्य महकमा देता रहा चुनाव की दुहाई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 01:20 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 01:20 AM (IST)
संवदेनहीन रहे जिम्मेदार, सड़क पर चीखती रह गई संवदेना
संवदेनहीन रहे जिम्मेदार, सड़क पर चीखती रह गई संवदेना

कुशीनगर : पुलिस व प्रशासन की संवेदनहीनता के मामले तो सुर्खियों में रहते ही हैं। ऐसा ही कुछ दिखा हाटा कोतवाली के ढाढ़ा गांव के समीप हाईवे पर। प्रवासियों से भरा आटो शनिवार की सुबह पलट गया। सवार सभी पांच घायल हो गए। दो की मौत हो गई, एक की हालत गंभीर बनी हुई है। दुर्घटना के बाद चीख-पुकार मची। मदद कराहती रही, लेकिन पांच किलोमीटर दूर कोतवाली पुलिस को भनक तक नहीं लगी। प्रशासनिक अमला भी अनजान बना रहा। मतलब सड़क पर संवेदना बेपर्द हुई और संवेदनहीनता तमाशबीन बनी रही। आसपास के ग्रामीणों व दुर्घटना में घायल एक साथी ने मदद कर संवेदना की लाज रख ली।

अब जरा घटना क्रम पर नजर डालिए। लाकडाउन के डर से मुजफ्फरपुर (बिहार), औराई के चंद्रवारा निवासी संतोष शाह उनके छोटे भाई संजय शाह और गांव के रहने वाले बेचन, रामबाबू, विनोद सिंह मुंबई में आटो चलाने का काम छोड़कर सुरक्षित रहने की आशा लिए घर को निकले थे। ढाढ़ा के समीप दुर्घटना हो गई। भोर के सन्नाटे को सड़क पर मची चीख पुकार और करूण क्रदंन ने तोड़ा तो ग्रामीण मदद को दौड़ पड़े। किसी ने एबुंलेंस के लिए 108 पर फोन किया। एंबुलेंस के इंतजार में गंभीर रूप से घायल संतोष शाह और उनके छोटे भाई संजय शाह सड़क पर तड़पते रहे। कुछ देर बाद एंबुलेंस पहुंची तो मामूली रूप से घायल विनोद शाह ने कुछ साहस दिखाया और ग्रामीणों की सहयोग से गोरखपुर इलाज के लिए ले गए। इस बीच बेचन बदहवासी में कुछ दूर चले गए, जिनको कुछ देर बाद ग्रामीण ही उच्चीकृत स्वास्थ केंद्र ले गए। गोरखपुर में इलाज के दौरान अलग-अलग अस्पतालों में संजय व संतोष की मौत हो गई। इतना सब होने के बाद भी पुलिस व स्वास्थ्य महकमे को कुछ खबर नहीं थी। पुलिस 12 घंटे तक यह तस्दीक नहीं कर सकी कि दुर्घटना में घायल लोग कहा हैं। एससपी एपी सिंह ने कहा कि दुर्घटना की सूचना देर से मिली, लेकिन मदद की गई। दूसरी ओर घायल बेचन ने बताया कि उसके सामने किसी ग्रामीण ने पुलिस को फोन किया तो जवाब मिला कि सभी लोग चुनाव ड्यूटी में व्यस्त हैं। जिला अस्पताल के जिम्मेदारों से संपर्क किया गया तो घटना से अनभिज्ञता जताई गई। देर शाम बताया कि एक घायल (बेचन) हाटा सीएचसी से जिला अस्पताल आए हैं। अब इससे अंदाजा लगाइए कि चुनाव के समय यदि कोई हादसा हो गया तो जान कैसे बचेगी।

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