कुशीनगर में बारिश थमी, जलभराव की समस्या बरकरार
कुशीनगर के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में समस्या झेल रहे हैं लोग सड़कों पर कीचड़-पानी फैलने से सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं राहगीर परेशान हो रहे हैं।
कुशीनगर : लगातार हो रही बारिश से नगरीय व ग्रामीण इलाकों की सड़कों पर जलभराव हो गया है। हालांकि गुरुवार को दिन भर बारिश नहीं हुई, लेकिन जलभराव से छुटकारा नहीं मिल सका। कई गांवों में सड़के नाला का रूप ले चुकी हैं। जलनिकासी का समुचित प्रबंध नहीं होने से राहगीर परेशान हैं। जलभराव से सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो रही हैं।
पडरौना नगर के कठकुइयां मोड़ पर घुटने तक जलभराव से लोगों को दुर्गति झेलनी पड़ रही है। चार पहिया वाहन तो किसी तरह निकल जा रहे हैं, साइकिल व बाइक सवारों को रास्ता बदलकर जाना-आना पड़ रहा है। जबकि यह नगर का मुख्य मार्ग है, दिन भर इस मार्ग से गाड़ियों का आवागमन होता है। लोगों का कहना है कि इस रास्ते जनप्रतिनिधि व अधिकारियों की गाड़ियां भी आती-जाती है। इसके बाद भी समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो पा रहा है।
तुर्कपट्टी बाजार से महुअवां गांव को जोड़ने वाली 2.5 किमी पिच सड़क पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की उदासीनता से नहीं बन रही है। क्षतिग्रस्त सड़क पर बारिश की वजह से घुटने तक पानी भर गया है। इससे राहगीरों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वर्ष 2020 में इस सड़क के निर्माण के लिए टेंडर हुआ था, बावजूद इसके निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। आसपास की पांच हजार आबादी पूरी तरह प्रभावित है। जेई जितेंद्र यादव का कहना है कि वाटर लागिग एरिया होने के कारण बरसात बाद कार्य शुरू कराया जाएगा।
कसया तहसील क्षेत्र के अहिरौली राजा से कछुहिया गांव तक जाने वाली सड़क टूटकर गड्ढों में तब्दील हो गई है। जगह-जगह जलभराव होने से राहगीरों को गड्ढों का अनुमान नहीं हो पा रहा है और दुर्घटना के शिकार बन रहे हैं। क्षेत्र के रामवृक्ष, नरेश, पवन, बबलू, सीताराम आदि ने कहा कि शीघ्र सड़क का निर्माण नहीं कराया गया तो ग्रामीण आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
कुशीनगर नगरपालिका के वार्ड नंबर पांच बापूनगर की सड़क की हालत जलभराव से खराब हो गई है। एनएच 28 बी से जुड़े गांव के संपर्क मार्ग पर पानी भरा हुआ है। कीचड़ भरे रास्ते से मजबूरी में लोग आ जा रहे हैं। सड़क के किनारे नाली बनी है, लेकिन ऊंचाई अधिक होने की वजह से बारिश का पानी नाली में नहीं जा पा रहा है। वार्ड के राहुल, प्रमोद तिवारी, राजेश तिवारी आदि का कहना है कि शिकायत के बाद भी समाधान नहीं कराया जा रहा है।