कुशीनगर में बुद्ध की धरा से दुनिया साधने की तैयारी

कुशीनगर में प्रधानमंत्री की मौजूदगी में 13 देशों के राजनयिकों की मौजूदगी अंतरराष्ट्रीय संबंधों की बताएगी मजबूती इसके लिए सभी तैयारी पूरी हो चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 12:50 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 12:50 AM (IST)
कुशीनगर में बुद्ध की धरा से दुनिया साधने की तैयारी
कुशीनगर में बुद्ध की धरा से दुनिया साधने की तैयारी

कुशीनगर : प्रधानमंत्री पहली बार भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली पर आएंगे और बुद्ध के शांति संदेश के सहारे पूरी दुनिया को साधेंगे। बताएंगे कि भारत बुद्ध की शांति, अहिसा, करुणा और मैत्री के संदेशों को आज भी पूरी तरह से जीता है। 13 देशों के राजनयिकों की मौजूदगी अंतरराष्ट्रीय संबंधों की मजबूती बताएंगे। बौद्ध देशों को तरजीह देकर समस्या का समाधान युद्ध नहीं बुद्ध हैं, का भी पुख्ता संदेश संदेश देंगे।

पूरे तीन घंटे 20 मिनट कुशीनगर में रहने के दौरान पीएम मोदी पहली बार भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में बुद्ध के सामने मत्था टेकेंगे। एयरपोर्ट के रूप में विकास की बड़ी सौगात देंगे। साथ ही वैश्विक मंच पर भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली के लिए पर्यटन कारोबार का मजबूत ढांचा खड़ा करेंगे। इतिहासकार व राजनीतिज्ञ यह मान रहे हैं कि प्रधानमंत्री का आगमन विकास की उड़ान के साथ अंतरराष्ट्रीय संबंधों को भी और ऊंचाई देगा। लाओस, जापान, कंबोडिया, श्रीलंका, वियतनाम, थाईलैंड, कोरिया, नेपाल आदि बौद्ध धर्म को मानने वाले देशों का लगाव भी इस कार्यक्रम से जरूर बढ़ेगा। उनका यह भी मानना है कि विकास की नई इबारत लिखने के साथ ही यूपी-बिहार की सीमा पर मोदी का संबोधन अनेक सियासी मायने भी छोड़ जाएगा। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के चंद माह पहले यह आयोजन भले ही चुनावी न हो, लेकिन चुनाव की तस्वीर में सियासी रंग भरने का भी कार्य जरूर करेगा।

एसोसिएट प्रोफेसर, इतिहास विभाग, बीपीजी, कुशीनगर राजेश कुमार ने कहा कि पीएम मोदी का यह कार्यक्रम विकास का तो नया इतिहास लिखने जा ही रहा है, अंतरराष्ट्रीय संबंधों की भी नई इबारत लिखने जा रहा है। बौद्ध देशों को एक मंच पर खड़ा करना ही अपने आप में दुनिया को अलग व विशेष संदेश देगा। यह बात पीएम मोदी को भी बखूबी पता है।

एसोसिएट प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान विभाग बीपीजी, कुशीनगर लेफ्टिनेंट डा. उमाशंकर त्रिपाठी ने कहा कि विकास के साथ निश्चित रूप से प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम पूरी दुनिया को साधने का कार्य कार्य करेगा। कारण यह है कि बुद्ध के शांति, अहिसा के संदेश के साथ पूरी दुनिया को पीएम मोदी बताएंगे कि भारत पूरी दुनिया में शांति व मैत्री चाहता है। यह कार्यक्रम सामान्य नहीं है, बडा व अलग आयोजन है।

महत्वपूर्ण बातें

- 20 अक्टूबर को पीएम नरेंद्र मोदी कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे

-एयरपोर्ट पर 13 देशों के राजदूत, ट्रैवल एंड टूर कंपनियों के प्रतिनिधि और एयरलाइंस कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक करेंगे।

- श्रीलंका से उद्घाटन के लिए पहली इंटरनेशनल फ्लाइट आ रही है। इसमें 100 बौद्ध भिक्षु और 25 अधिकारी मौजूद रहेंगे

- प्रधानमंत्री मोदी लगभग तीन घंटे कुशीनगर में रहेंगे।

- पीएम के कार्यक्रम को लेकर 17 होटल के 334 कमरों को प्रशासन ने बुक कर दिया है।

- कुशीनगर में 20 अक्टूबर को बौद्ध सर्किट में पर्यटन विकास पर एक संगोष्ठी होगी

- इसमें देश के 33 दिग्गज पर्यटन कारोबारी और 40 पर्यटन अधिकारी मौजूद रहेंगे।

- नवंबर में कुशीनगर एयरपोर्ट से घरेलू उड़ान भी शुरू हो जाएगी

- बौद्ध धर्म के महायान परंपरा के तहत पीएम मोदी करेंगे बुद्ध वंदना

- बुद्ध की ऐतिहासिक प्रतिमा का दर्शन करने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे नरेंद्र मोदी।

- 4.15 लाख लोगों को प्रतिवर्ष यात्रा कराएगा कुशीनगर एयरपोर्ट।

chat bot
आपका साथी