पुलिस ने बाइक मार्च निकालकर किया जागरूक

कुशीनगर पुलिस ने कोरोना की दूसरी लहर में फैल रहे संक्रमण व पंचायत चुनाव को लेकर बाइक से मार्च निकाल कर लोगों को जागरूक किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 12:42 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 12:42 AM (IST)
पुलिस ने बाइक मार्च निकालकर किया जागरूक
पुलिस ने बाइक मार्च निकालकर किया जागरूक

कुशीनगर: कोरोना की दूसरी लहर के बाद तेजी से फैल रहे संक्रमण को रोकने व त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए गुरुवार को पुलिस ने बाइक मार्च निकाला। रामकोला थाने के प्रभारी निरीक्षक केपी सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने दर्जनों गांवों में मार्च किया। ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से लोगों को जागरूक किया।

खोटही चौकी प्रभारी महेंद्र चौधरी के साथ पुलिस के जवान लालाछपरा, लक्ष्मीगंज, खोटही बाजार, केरवनिया, पगार, रामबाग, विजयपुर आदि चौराहों पर मार्च निकाला। एसआई विशाल सिंह, रामनारायन दूबे, राजीव कुमार यादव, संदीप सिंह, कांस्टेबल वीरेंद्र यादव, मुकेश यादव, अश्विनी यादव आदि मौजूद रहे।

अतिसंवेदनशील बूथ वाले गांवों में फ्लैग मार्च

कसया थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने क्षेत्र के अतिसंवेदनशील बूथ वाले सोहसा मठिया, सोहसा पट्टी गौसी, कुरमौटा, रामनगर आदि का निरीक्षण करने के बाद फ्लैग मार्च निकाला। लोगों से शांतिपूर्ण मतदान की अपील की। थानाध्यक्ष ने कहा कि पंचायत चुनाव शांतिपूर्वक कराना शासन की प्राथमिकता है। खलल डालने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। सोहसा मठिया चौराहे पर दो प्रचार वाहनों को पकड़कर पुलिस थाने ले गई। मार्च में एसआइ अनिल पांडेय, रवींद्र यादव, गौरव वर्मा, नंदलाल यादव, राजू यादव, नवनीत शुक्ला, सुमेंद्र उपाध्याय, रमेश यादव आदि शामिल रहे।

बीमारी से जूझ रहे आरक्षी की इलाज के दौरान मौत

नगर पालिका कसया के शहीद भगत सिंह वार्ड निवासी 57 वर्षीय महेंद्र सिंह की इलाज के दौरान बुधवार की रात जिला अस्पताल में मौत हो गई। वह बीते कुछ दिनों से बीमार थे। महेंद्र गोंडा में आरक्षी पद पर तैनात थे। गुरुवार को ही उनके इकलौते बेटे का तिलक समारोह होना था।

एक सप्ताह पूर्व अचानक महेंद्र सिंह की तबीयत खराब हुई तो इलाज कराने के लिए वह छुट्टी लेकर घर आ गए। डाक्टर से परामर्श लेकर घर रह रहे थे। बुधवार दोपहर में उनकी तबीयत एकाएक बिगड़ गई। स्वजन निजी साधन से संयुक्त जिला अस्पताल ले गए। जहां उन्हें भर्ती किया गया। देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। सुबह झुंगवा गांव के सामने छोटी गंडक नदी किनारे शव का अंतिम संस्कार हुआ। गांव के लोगों ने बताया कि उनके इकलौते बेटे राकेश कुमार सिंह का गुरुवार को ही तिलक था। जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं। कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया।

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