पंडित दीनदयाल उपाध्याय के आदर्शों पर चलने का लिया संकल्प
कात्म मानववाद व अंत्योदय के प्रणेता प्रखर राष्ट्रवादी भारतीय जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 104 वीं जयंती शुक्रवार को मनाई गई। जनपद के सभी 34 मंडलों 432 सेक्टर और 2837 बूथों पर भाजपाइयों ने कार्यक्रम आयोजित कर उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया।
कुशीनगर: एकात्म मानववाद व अंत्योदय के प्रणेता, प्रखर राष्ट्रवादी, भारतीय जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 104 वीं जयंती शुक्रवार को मनाई गई। जनपद के सभी 34 मंडलों, 432 सेक्टर और 2837 बूथों पर भाजपाइयों ने कार्यक्रम आयोजित कर उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया। जिला मुख्यालय रवींद्रनगर धूस स्थित कार्यालय में जिलाध्यक्ष प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि देश का एक संविधान दीनदयाल का सपना रहा है। जिला उपाध्यक्ष विजय कुमार शुक्ल, जिला महामंत्री संतोष दत्त राय, राणाप्रताप राव, सुदर्शन पाल, सीता सिंह, विवेकानंद शुक्ल, लल्लन मिश्र, नगर पालिका अध्यक्ष विनय जायसवाल, विश्वरंजन कुमार आनंद आदि मौजूद रहे। फाजिलनगर में आयोजित कार्यक्रम में विधायक गंगा सिंह कुशवाहा, अजय राय, तमकुही में अतुल श्रीवास्तव, रमेश सिंह पटेल, रामसागर कुशवाहा, रामकोला में नामित सभासद राजेश मिश्रा, विश्वजीत गोविद राव, अनूप श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे। कठकुइयां के कार्यकर्ताओं ने मंडल अध्यक्ष बिपिन बिहारी मिश्र की अगुवाई में जयंती मनाई। नेबुआ नौरंगिया ब्लॉक के सौरहा खुर्द गांव के टोला चरिघरवा स्थित कृष्ण प्रणामी मंदिर परिसर में विधायक जटाशंकर त्रिपाठी की देखरेख में जयंती मनाई गई। 60 के दशक में पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने नेबुआ नौरंगिया विकास खंड के खजुरी बाजार में सभा की थी। उस समय गांव निवासी रामाज्ञा की पत्नी सुगंधी देवी ने उन्हें भोजन कराया था। भाजपा जिला महामंत्री विवेकानंद पांडेय की अगुवाई में सुगंधी देवी को वस्त्र व मिठाई भेंटकर सम्मानित किया गया। मंडल अध्यक्ष बृजेश कुमार मिश्रा, डॉ. रमाशंकर कुशवाहा, हरिकेश रौनियार आदि मौजूद रहे। नगरपालिका हाटा के बूथ संख्या- 300, 311 व 402 पर विधायक पवन केडिया की अगुवाई में दीनदयाल की जयंती मनाई गई। विधायक ने कहा कि पंडित दीनदयाल के आदर्शों को आत्मसात करने की जरूरत है। यहां आयोजित कार्यक्रम में विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने कहा कि पंडित दीनदयाल महान चितक थे। उन्होंने देश को एकात्म मानववाद की विचारधारा दी। वह वसुधैव कुटुंबकम के पक्षधर थे। प्रधानाचार्य संतोष वर्मा, बद्री विशाल मिश्र, शिक्षक वीरेंद्र मिश्र ने भी संबोधित किया।