गड्ढों ने बिगाड़ी लाल चौक की सूरत
कप्तानगंज कस्बा के लाल चौक पर सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है इससे राह चलना दुश्वार हो
कप्तानगंज: कस्बा के लाल चौक पर सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है, इससे राह चलना दुश्वार हो गया है। एनएच 730 का यह हिस्सा पीडब्ल्यूडी और रेलवे की सीमा में आता है। दोनों विभागों में तालमेल न होने की वजह से निर्माण रुका हुआ है। गड्ढों में बारिश का पानी भर जाने की वजह से राहगीरों को दुर्गति झेलनी पड़ रही है।
कप्तानगंज कस्बा का लाल चौक रेलवे ढाले के नजदीक है। यह सड़क अब एनएच 730 का हिस्सा बन गई है। रेलवे ढाला के दोनों तरफ कुछ दूर तक सड़क ठीक बन गई है, लेकिन लाल चौक पर सड़क का निर्माण रोक दिया गया है। इसका कुछ भाग रेलवे की सीमा में आता है।
सभासद रमेश जायसवाल, दारा अग्रहरी, शालू जायसवाल, मुरारी जायसवाल आदि का कहना है कि निर्माण के लिए कई बार पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को पत्रक सौंपा गया, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। पीडब्ल्यूडी और रेलवे में तालमेल न होने का खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है। सड़क पर दो-दो फीट के गड्ढे बन गए हैं, इससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, अगल-बगल के दुकानदार परेशान हैं। लोगो ने चेतावनी दी कि शीघ्र सड़क नहीं बनाई गई तो आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
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खड़ंजा क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण परेशान
सूरजनगर: विशुनपुरा ब्लाक के पटेरा खुर्द गांव के लोग खड़ंजा सड़क से आते-जाते हैं। जगह-जगह खड़ंजा टूट जाने से लोग परेशान हैं। बारिश होने पर सड़क पर कीचड़ फैल जाता है, इससे राह चलना मुश्किल हो जाता है। सत्यम शिवम मिश्र, उदयभान मिश्र, राजेंद्र प्रसाद, सुग्रीव प्रसाद, प्रभु गुप्ता, संजीव गुप्ता आदि का कहना है कि गांव की आबादी करीब तीन हजार है। नहर की कच्ची पटरी के रास्ते लोग जाते-आते हैं। गांव के बगल से खड़ंजा गुजरा है, वह भी क्षतिग्रस्त हो चुका है। बभनौली, पटेरा बुजुर्ग, दुबौली समेत अन्य गांवों के लोग इसी रास्ते सूरजनगर बाजार में जाते हैं। अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से कई बार मांग की गई, लेकिन पक्की सड़क नहीं बनाई जा रही है।