परोपकार है जीवन का मूल उद्देश्य : श्यामलता
कुशीनगर के पडरौना में आयोजित भागवत कथा में कथा वाचक ने कहा कि कई जन्मों के पुण्य एकत्रित होने पर मिलता है कथा सुनने का अवसर लोग माया के बंधन से बाहर निकलें करें परमार्थ के कार्य।
कुशीनगर : मानव जीवन का मूल उद्देश्य परोपकार है। हम अपने इस उद्देश्य से भटक कर भौतिक सुख-साधनों के पीछे भागे जा रहे हैं। समय रहते अगर हम नहीं संभले तो फिर बहुत देर हो जाएगी।
यह बातें वृंदावन धाम से आई श्याम लता ने बुधवार को कहीं। वह पडरौना नगर के ओंकार वाटिका कालोनी में श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत कथा का रसपान करा रही थीं। कहा कि भागवत कथा सुनना परम सौभाग्य की बात है। कई पीढि़यों का पुण्य जब एकत्रित होता है तो व्यक्ति को यह सौभाग्य प्राप्त होता है।
मुख्य यजमान गणेश जायसवाल द्वारा सपत्नीक पूजन-अर्चन कर कथा का शुभारंभ हुआ। गुड्डी जायसवाल, अजय कुमार जायसवाल, राधा, अनन्या, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल, सावित्री जायसवाल, कृष्ण मुरारी जायसवाल, राकेश कुमार, गिरिजेश जायसवाल, संजीव, सदाशिव मणि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
गुरु कीशरण में मिलता है ज्ञान का भंडार : भागवंती
कलियुग में पाप से मुक्ति का एक मात्र उपाय है भगवत भजन। ज्ञान व भक्ति से मनुष्य में अंतरदृष्टि पैदा होती। गुरु की शरण में ज्ञान का भंडार है, ईश्वर को पाने की दृष्टि वहीं से मिलती है।
यह बातें कथावाचक भागवंती महराज ने कही। वह क्षेत्र के दुबौली गांव के टोला गजहड़िया स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में चल रहे श्रीविष्णु ब्रह्माज्ञान महायज्ञ में कथा का रसपान करा रहे थे। कहा कि संतों की संगति से ही भक्ति मिलती है। इस मौके पर रसिक प्रिया, तेजप्रताप सिंह, डा. विनोद कुशवाहा, संजय सिंह, रामाश्रय केसरवानी, हंशनाथ सिंह, कुबेर गुप्ता, सीताराम पटेल आदि मौजूद रहे।
धर्म की रक्षा के लिए प्रभु ने लिया अवतार
बनवारी टोला: धरती पर जब-जब पाप बढ़ा है। दुष्टों का संहार करने और धर्म की रक्षा के लिए भगवान ने अवतार लिया है।
यह बातें कसया विकास खंड के ग्राम बटेसरा में आयोजित श्री लक्ष्मी नारायण रुद्र महायज्ञ में व्यास गद्दी की पूजा व शिव बारात की झांकी का शुभारंभ करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री व सपा के वरिष्ठ नेता ब्रह्माशंकर त्रिपाठी ने कहीं। कथा में पं. अतुल कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि प्रभु श्रीराम विश्व नायक हैं। राम नाम जपने से सभी कष्ट दूर होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस मौके पर आयोजक जगन्नाथ मिश्र, संजय मिश्रा, धर्मेन्द्र मिश्रा, राहुल मिश्रा मौजूद रहे।