नीली मक्खियों का प्रकोप, ग्रामीण भयभीत

सदर विकास खंड के गांव सखवनिया बुजुर्ग में नीले रंग व आकार में बड़ी मक्खियों के लगातार बढ़ते जा रहे प्रकोप से ग्रामीण भयभीत हैं। गांव का कोई घर ऐसा नहीं है जहां इन मक्खियों ने डेरा न जमाया हो। प्रकोप का कारण गांव में स्थित पोल्ट्री फार्म व सुअरबाड़े को बताया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Nov 2019 11:23 PM (IST) Updated:Tue, 19 Nov 2019 11:23 PM (IST)
नीली मक्खियों का प्रकोप, ग्रामीण भयभीत
नीली मक्खियों का प्रकोप, ग्रामीण भयभीत

कुशीनगर : सदर विकास खंड के गांव सखवनिया बुजुर्ग में नीले रंग व आकार में बड़ी मक्खियों के लगातार बढ़ते जा रहे प्रकोप से ग्रामीण भयभीत हैं। गांव का कोई घर ऐसा नहीं है, जहां इन मक्खियों ने डेरा न जमाया हो। प्रकोप का कारण गांव में स्थित पोल्ट्री फार्म व सुअरबाड़े को बताया जा रहा है। ग्रामीणों को गांव में महामारी फैलने की आशंका सता रही है। इस गांव में थोड़ी थोड़ी दूर पर छह की संख्या में पोल्ट्री फार्म चल रहे हैं। मुíगयों को खिलाने के लिए सड़ा गला मांस व मछली के अपशिष्ट का प्रयोग किया जाता है। गांव में सुअरबाड़ा खुल गया है सो अलग। ग्रामीण नीली मक्खियों के प्रजनन व प्रकोप का कारण पोल्ट्री फार्म व सुअरबाड़ा की गंदगी को मान रहे हैं। मक्खियों के प्रकोप का आलम यह है कि घर हो या दुकान हो कहीं भी लोगों का बैठना कठिन हो गया है। खानपान मच्छरदानी लगा कर करना पड़ रहा है। चाय-पान व फल के दुकानों पर लोग जाना नहीं चाहते। ग्रामीण अशोक सिंह, अशोक मद्धेशिया, नेबू लाल मद्धेशिया, प्रेम प्रकाश मद्धेशिया, सुरेश, रामचंद्र, कुशवाहा आदि ग्रामीणों से प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है।

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