कुशीनगर में अब आरपार की लड़ाई लड़ेंगे कर्मचारी

कुशीनगर के सरकारी कर्मचारियों ने 28 अक्टूबर को डीएम कार्यालय के समक्ष धरना देने की रणनीति बनाते हुए कहा कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग सरकार पूरी करे नहीं तो शिक्षक व कर्मचारी अब अंजाम तक पहुंचाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 11:50 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 11:50 PM (IST)
कुशीनगर में अब आरपार की लड़ाई लड़ेंगे कर्मचारी
कुशीनगर में अब आरपार की लड़ाई लड़ेंगे कर्मचारी

कुशीनगर : कर्मचारी शिक्षक अधिकारी एवं पेंशनर अधिकार मंच की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में अध्यक्ष राजकुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में शामिल जनपद के समस्त कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष एवं संयोजक प्रभुनंद उपाध्याय ने कहा कि यह लड़ाई आर-पार की होगी। सभी शिक्षक कर्मचारी अधिकारी एवं पेंशनर 28 अक्टूबर को सुबह 11 बजे डीएम कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन करेंगे।

संघ के महासचिव बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि सभी कर्मचारियों एवं शिक्षकों को पुरानी पेंशन मिलनी चाहिए। अब पूरे प्रदेश का शिक्षक कर्मचारी अधिकारी आरपार की लड़ाई लड़ने के लिए भारी संख्या में आंदोलन में भागीदारी करेगा। उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों का सामान्य कार्य के लिए समान वेतन मिलना चाहिए। नीरज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पुरानी पेंशन एवं चिकित्सीय सुविधा सभी अनुमन्य हो। धरने में अवकाश लेकर शत प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करें। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के मंत्री विनोद कुमार दुबे ने कहा कि यह लड़ाई मील का पत्थर साबित होगी। अनिल कुमार दुबे, देवेंद्र कुमार ओझा, अमित कुमार श्रीवास्तव ,अमरेंद्र कुमार राय, निलेश रंजन राव, ई. सुरेशकुमार, ई.आर टी कुशवाहा, अनूप सिंह, राम दिनेश सिंह, राजेश शुक्ला, एमडी सिंह, ध्रुव कुमार शर्मा, संजय रावत, गोपाल तिवारी, हर्षवर्धन राज, राघवेंद्र राव दीनबंधु मद्धेशिया, दारोगा अंसारी, अविनाश शुक्ला आदि उपस्थित रहे।

दूसरी तरफ राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के बैनर तले सोमवार को दोपहर बाद विद्युत गृह परिसर स्थित एसई कार्यालय के सामने जूनियर इंजीनियरों ने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। जिला सचिव आरके सिंह ने कहा कि विगत सात सितंबर से विद्युत कर्मियों ने धरना प्रदर्शन शुरू किया। 14 अक्टूबर को ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने प्रदेश के पदाधिकारियों से वार्ता कर मांगों को मानते हुए आंदोलन को स्थगित करने को कहा था। समस्याओं का निदान आज तक नहीं हो सका। इसको लेकर जेई संगठन पुन: धरना प्रदर्शन करने कर रहा है।

उन्होंने कहा कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो संगठन 27 अक्टूबर को कार्य बहिष्कार, 28 की शाम को पांच बजे मशाल जुलूस व 29 अक्टूबर को कार्य बहिष्कार करते हुए जेल भरो आंदोलन शुरू करेगा। धर्मेंद्र कुमार मल्ल ने कहा कि घर-घर बिजली सुचारू रूप से देने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध नहीं हैं। कई कर्मी इसके अभाव में अपनी जान गंवा चुके हैं। अंत में संगठन की ओर से अधीक्षण अभियंता आरके गुप्त को एक ज्ञापन सौंपा गया। नित्यानंद ओझा, प्रसून श्रीवास्तव, प्रदीप शर्मा, रविद्र प्रसाद, धर्मेंद्र यादव, रवि प्रकाश, सत्येंद्र सहगल, इरफान, राजाराम सागर आदि मौजूद रहे।

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