कुशीनगर में चोरी की नौ घटनाओं का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार

कुशीनगर पुलिस ने अंतरजनपदीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए ऐसे गिरोह को पकड़ा है जो बंद मकानों की रेकी कर दिनदहाड़े चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था पकड़े गए गिरोह से पूछताछ में कसया में सात हाटा व तुर्कपट्टी में दो घटनाओं को अंजाम देने का पर्दाफाश हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 12:07 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 12:07 AM (IST)
कुशीनगर में चोरी की नौ घटनाओं का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार
कुशीनगर में चोरी की नौ घटनाओं का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार

कुशीनगर :कसया पुलिस व स्वाट की संयुक्त टीम ने गुरुवार देर रात ओवरब्रिज के समीप देवरिया रोड से अंतरजनपदीय चोरों के गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया। तीनों के पास से सोने की एक चेन व दो लाख से अधिक रुपये बरामद हुए। यह गिरोह रेकी कर दिन में बंद मकानों में चोरी करता था। इस गिरोह ने कसया में सात, कोतवाली हाटा तथा तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र में एक-एक घटनाओं सहित नौ जगह चोरी की थी।

यह जानकारी देते हुए एसपी सचिन्द्र पटेल ने पत्रकारों को बताया कि संयुक्त टीम रात साढ़े 12 बजे बदमाशों की तलाश में थी। तभी सूचना मिली कि ओवरब्रिज के समीप देवरिया रोड पर अंतरजनपदीय चोर गिरोह के कुछ सदस्य मौजूद हैं। टीम तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस का वाहन देख तीनों रोड से हटकर घरों की तरफ भागे। दौड़ाकर पुलिसकर्मियों ने उन्हें दबोच लिया। तलाशी लेने पर एक की जेब से सोने की चेन तथा 40 हजार जबकि दो अन्य के पास से एक-एक लाख रुपये मिले। चेन व रुपये के बारे में पूछने पर तीनों आनाकानी करने लगे। सख्ती बरतने पर तीनों ने बताया कि रुपये व चेन चोरी के हैं। हाल ही में तीनों ने कसया व तुर्कपट्टी में दिनदहाड़े चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था। एसपी ने बताया कि शातिर चोरों का यह गैंग बंद मकानों में दिन में चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था।

इनकी पहचान राहुल गौड़ निवासी छोटकी सपरी थाना गौरी बाजार देवरिया तथा अखिलेश चौहान निवासी कलटरी थाना शाहपुर व सन्नी देओल राजभर निवासी गायत्री नगर थाना शाहपुर गोरखपुर के रूप में हुई। एसपी ने बताया कि सन्नी सोने-चांदी का कारोबारी है, जो चोरी के आभूषणों की खरीदारी भी करता था। पत्रकार वार्ता में एएसपी एपी सिंह, सीओ कसया पियूषकांत राय मौजूद रहे। टीम में एसएचओ अखिलेश कुमार सिंह, स्वाट प्रभारी अमित शर्मा व उनके हमराही शामिल थे।

रात में रेकी, दिन में घटनाओं को देते थे अंजाम

शातिर चोरों का यह गैंग रात में रेकी और दिन में घटनाओं को अंजाम देता था। गैंग के सदस्य शहर, कस्बों में घूम कर यह पता करते थे कि किन घरों में ताले लटक रहे हैं। चिन्हित घरों की रेकी के बाद तय योजना के तहत उन घरों का ताला तोड़ घटनाओं को अंजाम देते। घटना को अंजाम देने के दौरान कुछ सदस्य बाहर रहकर आनेजाने वालों पर नजर रखते ताकि कोई बाधा न आने पाए।

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