यज्ञ मंडप की परिक्रमा को उमड़े श्रद्धालु
कुशीनगर के सुकरौली बाजार के पिपरपाती मोहल्ले में काली मंदिर पर चल रहा है मां वैष्णो महायज्ञ।
कुशीनगर : सुकरौली बाजार के बढ़या खुर्द पिपरपाती मोहल्ले में स्थित मां काली मंदिर परिसर में चल रहे नौ दिवसीय मां वैष्णो महायज्ञ व भटगांवा स्थित मां हजरिया स्थान परिसर में चल रहे नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ में मंडप की परिक्रमा के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।
महायज्ञ के पांचवें दिन यज्ञाचार्य पंडित पवन मिश्र के मंत्रोच्चार के बीच यजमानों ने हवनकुंड में आहुति डाली। बढ़या बुजुर्ग, सुकरौली, डकही, परसिया, शंखापार, अहिरौली, कोहरौली, मोहनपुर, कोहरौली, अनंतपुर आदि गांवों के लोगों ने परिक्रमा के बाद कथा का रसपान किया। रात में कलाकारों ने रामलीला का मनमोहक मंचन किया। यजमान सुखराज यादव, रामचंद्र यादव, चेतन यादव, हरिओम, हंसराज आदि मौजूद रहे।
भक्त प्रहलाद व ध्रुव की कथा सुन मंत्रमुग्ध हुए श्रोता
सोहसा मठिया क्षेत्र के कुरमौटा मंझरिया स्थित सतुगढही देवी मंदिर में चल रहे शतचंडी महायज्ञ के पांचवें दिन शनिवार को कथा वाचिका प्रियंका द्विवेदी ने ध्रुव व प्रहलाद की कथा सुनाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उन्होंने कहा कि सच्चे मन से भगवान की पूजा करने वालों की रक्षा वह स्वयं करते हैं। प्रहलाद हिरण्यकश्यप के पुत्र थे। विष्णु भगवान की भक्ति में लीन रहते थे, लेकिन हिरण्यकश्यप उसे अपनी पूजा करने के लिए कहता था। नाराज हिरण्यकश्यप न प्रहलाद को कुएं में फेंकवा दिया, लेकिन वह बच गए। एक बार अग्नि में बैठा दिया। वहां भी कुछ नहीं हुआ। एक बार खंभे में बनवा दिया तब विष्णु नरसिंह अवतार में प्रकट हुए और हिरण्यकश्यप का वध कर भक्त प्रहलाद की रक्षा की। धर्मेंद्र सिंह, शिवाकांत ओझा, अनिरूद्ध पांडेय, मुकेश सिंह, बलराम सिंह, अशोक शर्मा, चंद्रशेखर पांडेय, विजेंद्र, जगदीश राव, गोल्डेन आदि उपस्थित रहे।