सड़क पर कीचड़, सांसत में राहगीर

पटेरा बुजुर्ग गांव के जितेंद्र चौहान रुदल कुशवाहा पतरू विजेंद्र अनीस अंसारी मोबिन अंसारी आदि का कहना है कि खजुरिया-पटेरा बुजुर्ग सड़क से क्षेत्र के पटेरा खजुरिया नोनिया टोली दुबौली बभनौली अकबरपुर सरपतही समेत क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों का आना-जाना रहता है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 11:17 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 11:17 PM (IST)
सड़क पर कीचड़, सांसत में राहगीर
सड़क पर कीचड़, सांसत में राहगीर

कुशीनगर: विशुनपुरा विकास खंड के खजुरिया गांव से पटेरा जाने वाली पिच सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। जलनिकासी व्यवस्था ठीक न होने के कारण लोगों के घरों का गंदा पानी सड़क पर फैलता है। गड्ढों में कीचड़ होने के कारण राहगीरों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

पटेरा बुजुर्ग गांव के जितेंद्र चौहान, रुदल कुशवाहा, पतरू, विजेंद्र, अनीस अंसारी, मोबिन अंसारी आदि का कहना है कि खजुरिया-पटेरा बुजुर्ग सड़क से क्षेत्र के पटेरा, खजुरिया, नोनिया टोली, दुबौली, बभनौली, अकबरपुर, सरपतही समेत क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों का आना-जाना रहता है। जलनिकासी व्यवस्था ठीक न होने के कारण हल्की बारिश में भी सड़क पर पानी भर जाता है। लोगों के घरों का पानी भी सड़क पर ही फैलता है। इससे पिच सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। सड़क की मरम्मत व जलनिकासी के लिए कई बार ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया, अधिकारियों को शिकायती पत्र सौंपा गया, लेकिन सुधि नहीं ली गई।

जर्जर भवन में फार्मासिस्ट के भरोसे पशुओं का इलाज

क्षेत्र के कई दर्जन गांवों के पशुओं के इलाज के लिए कुबेरस्थान बाजार में शासन ने पशु अस्पताल बनवाया है। यहां न तो चिकित्सक हैं और न ही साफ सुथरा परिसर। जर्जर भवन में फार्मासिस्ट के भरोसे इलाज होता है।

कुबेरस्थान बाजार से सटे पूरब भूपसागर पोखरे के दक्षिणी टीले पर बने पशु अस्पताल का लोकार्पण तत्कालीन आबकारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने 30 अक्टूबर 2001 को किया था। शुरुआत में यहां नियमित पशु चिकित्सक बैठते थे और आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध थीं। धीरे-धीरे बदहाली का शिकार हो गया। अब महीने या दो महीने में यहां पशु चिकित्सक आते हैं। अस्पताल परिसर में झाड़ियां उग आई हैं। फार्मासिस्ट के अलावा चतुर्थ श्रेणी का एक कर्मचारी है जो पशुओं की इलाज में मदद करता है। प्रभारी डा. एचएन सिंह ने बताया कि मेरे पास आठ पशु चिकित्सालयों का चार्ज है। ऐसी स्थिति में प्रतिदिन कुबेरस्थान पशु अस्पताल में बैठना कहां तक संभव है।

chat bot
आपका साथी