लाइव नजरों की सुरक्षा घेरे में बुद्ध की धरोहर
पांचवीं सदी की प्रतिमा व पुरावशेषों के क्षरण को लेकर बढ़े कदम - हर गतिविधि पर रहेगी कैमरों की नजर होगी त्वरित कार्रवाई
कुशीनगर: भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर स्थिति उनके अंतिम उपदेश स्थल (महापरिनिर्वाण मंदिर) पर अब लाइव नजरों का सुरक्षा घेरा होगा। ताकि यहां स्थित पांचवीं सदी की ऐतिहासिक प्रतिमा व पुरावशेषों का क्षरण न हो। मूल स्वरूप के साथ छेड़छाड़ न हो सके। मंदिर के अंदर व परिसर में होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके और जरूरत पड़ने पर त्वरित कार्रवाई की जा सके।
शीघ्र ही विश्व प्रसिद्ध यह मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के सारनाथ स्थित मुख्यालय से लाइव जुड़ जाएगा। हाई पावर क्लोज सर्किट टीवी कैमरों के माध्यम से विभाग नजर रखेगा। 18 कैमरे लगाए जा चुके हैं। इंटरप्रीटेशन सेंटर (व्याख्यान कक्ष) में कंट्रोल रूम निíमत हो गया है। सेटेलाइट से सभी कैमरे मंडल मुख्यालय सारनाथ से जुड़ जाएंगे। यहां बैठे कर्मचारी हर गतिविधियों को लाइव देखेंगे। उच्चाधिकारियों को अवगत कराएंगे। यहां भारतीय सहित थाईलैंड, जापान, चीन, कोरिया, म्यांमार, मलेशिया आदि दुनिया के कई देशों से पर्यटक आते हैं। इनके साथ परिसर में घुसकर अवांछित तत्वों द्वारा दुर्व्यवहार करने, जबरन धनउगाही करने, सामान खरीदने को विवश करने वाले कर्मचारियों की मनमानी आदि घटनाओं व शिकायतों पर भी नजर रखी जाएगी।
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बुद्ध मंदिर और मंडल मुख्यालय को वाई-फाई से जोड़ने का कार्य चल रहा है। कैमरे फिट हो गए हैं। पावर कनेक्शन का कार्य हो रहा है। मंडल मुख्यालय के अधिकारी हर गतिविधि को लाइव देखेंगे।
अविनाश चंद त्रिपाठी, सहायक संरक्षण अधिकारी