आधा दर्जन घाटों पर बालू से लाल हो रहे माफिया
लोगों का कहना है कि छोटी गंडक के महुंआडीह बैदौली सोहसा मठिया परवरपार रामनगर आदि घाटों पर खुलेआम खनन चल रहा है। किसान कपिलदेव गुप्ता अखिलेश ओझा नर्वदा सुमित विनय राव आदि का कहना है कि खनन के कारण गांव के किनारे नदी तेजी से कटान कर रही है।
कुशीनगर: सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश सरकार की ओर से लगाई गई रोक के बावजूद बालू खनन का धंधा थम नहीं रहा है। कसया थाना क्षेत्र के आधा दर्जन घाटों पर छोटी गंडक से बालू खनन हो रहा है। इससे राजस्व की क्षति तो हो रही है, जलस्तर गिरने से नदी के किनारे की उपजाऊ भूमि ऊसर होती जा रही है। इसको लेकर ग्रामीण चितित हैं, लेकिन अधिकारी चुप्पी साधे पड़े हैं।
लोगों का कहना है कि छोटी गंडक के महुंआडीह, बैदौली, सोहसा मठिया, परवरपार, रामनगर आदि घाटों पर खुलेआम खनन चल रहा है। किसान कपिलदेव गुप्ता, अखिलेश ओझा, नर्वदा, सुमित, विनय राव आदि का कहना है कि खनन के कारण गांव के किनारे नदी तेजी से कटान कर रही है। अगर यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में नदी के किनारे की भूमि बंजर हो जाएगी। एसडीएम देशदीपक सिंह ने कहा कि बालू खनन के विरुद्ध छापामारी अभियान चलाया जा रहा है, जो पकड़ा जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।