जन सहयोग से ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बदल रहे कुशीनगर की सूरत
कुशीनगर के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा सरकारी सेवक के साथ ही निभा रहे जनसेवक की भूमिका सरकारी मद में धन की कमी आई आड़े तो पहुंचे आमजन की दर।
कुशीनगर : कसया के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा लोक प्रशासक के साथ जनसेवक की भी भूमिका निभा रहे हैं। उनकी लीक से हटकर की गई पहल से अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थली की सूरत संवरने लगी है। पर्यटन विकास को गति मिली है तो उनकी सोच ने स्थानीय स्तर पर आय का स्थाई जरिया भी खड़ा कर दिया है। उन्होंने लोकल फार वोकल के नारे को मूर्त रूप दिया।
दरअसल, बुद्ध की महापरिनिर्वाण की प्रतिष्ठा के अनुरूप इसको सजाने व संवारने का कदम बढ़ाया तो हर बार की तरह सरकारी मद में धन की कमी आड़े आई। यह देख वह नगर के चिकित्सक, व्यवसायी सहित हर वर्ग के लोगों के पास गए। उनके साथ बैठकें कीं और कहा कि नगर आपका है, आप मेरा साथ दें। लोगों ने आर्थिक मदद की और साथ चलने का भरोसा दिलाया। मिले जन सहयोग व सरकार बजट से हिरण्यवती की सुंदरता को निखारने का कार्य किया। सैलानी जब यहां आने लगे तो इससे आय का जरिया भी खड़ा करने का कार्य किया। बोटिग पर न्यूनतम शुल्क तय किया। वर्तमान में इससे नगरपालिका को अच्छी आय हो रही है। नगर की सुंदरता बढ़ाने के लिए सड़क की पटरियों से अतिक्रमण हटवा पौधारोपण करवाया और उसके संरक्षण की जिम्मेदार वहां रहने वाले लोगों को सौंपी। देखते ही देखते पूरा नजारा बदल गया। आइएएस अफसर बोरा कहते हैं कि कुछ भी करने के लिए सकारात्मक सोच होनी चाहिए। कसया के लाल खुर्मा की ब्रांडिग से यहां के लोगों को लाभ होगा तो यहां की पहचान भी बनेगा। मैंने पहल की तो मिले जनसहयोग से वह मुकाम की ओर बढ़ रही है।