कुशीनगर में गन्ने की प्रजाति बदली और बढ़ा गया चीनी का परता

कुशीनगर का गन्ना चीनी रिकवरी में गोरखपुर मंडल में पहले स्थान पर है गन्ने का उत्पादन कम होने के बावजूद बढ़ा है चीनी का फीसद।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Dec 2020 11:01 PM (IST) Updated:Thu, 03 Dec 2020 11:01 PM (IST)
कुशीनगर में गन्ने की प्रजाति बदली और बढ़ा गया चीनी का परता
कुशीनगर में गन्ने की प्रजाति बदली और बढ़ा गया चीनी का परता

कुशीनगर: रिजेक्टेड प्रजाति का साथ छोड़ कुशीनगर के गन्ना किसानों ने उन्नत प्रजाति (अर्ली वेरायटी) का गन्ना हाथ में लिया तो चीनी का परता बढ़ गया। इससे सुगर मिल और किसान दोनों को लाभ हुआ है। इस वर्ष अधिक बारिश के कारण गन्ना भले ही कम हुआ, लेकिन पिछले 10 वर्षों की तुलना में करीब 20 फीसद चीनी का परता बढ़ा है। साढ़े नौ से सवा दस फीसद परता के स्थान पर बीते पेराई सत्र में गन्ने का परता 11.78 फीसद पहुंच गया है। गोरखपुर मंडल में यह सर्वाधिक है ही, प्रदेश में भी सर्वाधिक बताया जा रहा है। यह है अर्ली वेरायटी की विशेषता

रिकवरी दर बढ़ने से किसान गन्ने की अर्ली वेरायटी की चार प्रजातियां बोने लगे हैं। इसमें 0238, 118, 8272, 94184 शामिल हैं। वैज्ञानिकों की मानें तो थोड़ा खर्चीला है, लेकिन इस वेरायटी का गन्ना 10 महीने में तैयार हो जाता है, जबकि रिजेक्टेड प्रजाति 12 महीने में विकसित होती है। अधिक समय लेने के बाद भी नहीं दे पातीं थी परता

-पहले किसान 9302, कोएलके 8102, कोसी 92423 आदि प्रजाति के गन्ने का उत्पादन करते थे, जो अधिक समय में तैयार होने के बाद भी चीनी का परता नहीं दे पाती थीं। जनपद में अभी सामान्य व रिजेक्ट प्रजाति की लगभग 80 हेक्टेयर गन्ने की फसल बची है, जिसे अगले वर्ष तक पूर्णतया खत्म करने में विभाग जुट गया है। किसानों को विभाग द्वारा बताया जा रहा है कि इससे फायदा नहीं, नुकसान है। पूर्वांचल में कुशीनगर की स्थिति

पूर्वांचल में चीनी परता के मामले में कुशीनगर पहले स्थान पर है। इसके बाद फैजाबाद 11.62, गोंडा 11.23, महराजगंज 11.07, बलरामपुर 11.00, बहराइच 10.93, देवरिया 10.26, बस्ती 10.23, गोरखपुर 9.76, आजमगढ़ 8.52, सुल्तानपुर 7.16 फीसद चीनी का परता है। दस वर्ष का चीनी परता का आंकड़ा वर्ष गन्ना क्षेत्रफल (हेक्टेयर) गन्ना खरीद/पेराई (लाख क्विटल) चीनी परता (फीसद)

2010-11 79007.479 215.90 9.29

2011-12 81690.334 254.43 9.72

2012-13 92214.190 278.45 9.41

2013-14 86438.263 276.19 9.61

2014-15 80631.536 248.37 9.09

2015-16 73602.694 191.75 10.21

2016-17 67802.015 241.58 9.86

2017-18 76387.589 343.97 10.73

2018-19 93802.004 392.86 11.40

2019-20 100724.00 320.34 11.78

2020-21 91117.00 उन्नत प्रजाति के गन्ने के कारण चीनी परता बढ़ा है, जो गोरखपुर मंडल में सर्वाधिक है। कम समय में तैयार होने वाली इस फसल से किसान को उपज का लाभ शीघ्र मिल जाता है। प्रदेश में भी कुशीनगर की परता सर्वाधिक बताया जा रहा है।

वेद प्रकाश सिंह, जिला गन्ना अधिकारी, कुशीनगर

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