कुशीनगर में एक हजार गरीब परिवारों को मिला एक माह का राशन
कुशीनगर में कथा के समापन 31 जनवरी तक चलेगा राशन वितरण का कार्य आयोजक संस्था को प्रशासन मुहैया करा रहा पात्रों का नाम।
कुशीनगर: कुशीनगर में आयोजित मोरारी बापू की रामकथा के शुभारंभ अवसर पर आयोजक संस्था श्रीराम कथा प्रेमयज्ञ समिति ने 200 मुसहर परिवारों समेत एक हजार परिवारों को एक माह का राशन प्रदान किया। कथा के पहले दिन शनिवार को कसया ब्लाक के मैनपुर, खदही, कुड़वा दिलीपनगर, कोल्हुआ, मल्लूडीह के लोगों में राशन वितरित किया गया।
जिलाधिकारी एस राज लिगम ने इसके लिए सभी तहसीलों के एसडीएम को पत्र भेजकर निर्देश दिए थे। प्रत्येक परिवार को उनके घर तक सेवा कार्य में राशन व अन्य जरूरी ड्राई सामग्री लदे वाहन सुबह ही रवाना हो गए। जिला प्रशासन की टीम ने इस कार्य में आयोजक मंडल की सहायता की। टीम ने लाभान्वित होने वाले परिवारों की सूची तैयार कर आयोजकों को पहले ही मुहैया करा दी थी। परिवारों को चावल, आटा, चना, नमक, तेल, घी, दाल आदि के अलावा नित्य प्रयोग में आने वाली खाद्य सामग्री दी गई। जिले की हाटा, तमकुही, कप्तानगंज, पड़रौना, खड्डा तहसील के विभिन्न गांवों में भी वितरण कार्य शेष दिनों यानी 31 जनवरी को कथा के समापन तक होगा। आयोजक सदस्य अमर तुलस्यान ने बताया कि मोरारी बापू जहां भी रामकथा कहने जाते हैं किसी न किसी एक गरीब परिवार में जरूर पहुंचते हैं। परंतु कोविड-19 के कारण नहीं पहुंच पाए, लेकिन उनकी इच्छा एवं आदर्श के अनुरूप कुशीनगर में 10 दिन एक हजार जरूरतमंदों और गरीब परिवारों को एक महीने का राशन एवं कपड़े का वितरण प्रतिदिन होगा।
बापू ने जताई धम्मपद पुस्तक की इच्छा
: बुद्ध दर्शन करने महापरिनिर्वाण बुद्ध विहार पहुंचे मानस मर्मज्ञ प्रख्यात राम कथा वाचक मोरारी बापू ने बौद्ध धर्म से जुड़ी प्रमुख पुस्तक धम्मपद की इच्छा जताई।
इस पर श्रीराम कथा प्रेम यज्ञ समिति से जुड़े सुधीर वर्मा कुशीनगर भिक्षु संघ के अध्यक्ष एबी ज्ञानेश्वर से मिले। उनसे पुस्तक प्राप्त की और बापू को समर्पित की गई। धम्मपद बौद्ध साहित्य का सर्वोत्कृष्ट लोकप्रिय ग्रंथ माना जाता है। इसमें बुद्ध के नैतिक उपदेशों का संग्रह है। दुनिया की लगभग सभी भाषाओं में इसका अनुवाद है।