कुशीनगर में दो दिन से नहीं खुला अस्पताल, मरीजों का प्रदर्शन

कुशीनगर के कप्तानगंज ब्लाक के भड़सर गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जमकर लापरवाही बरती जा रही है ग्रामीणों का कहना है कि सप्ताह में दो से तीन दिन ही यह अस्पताल खुलता है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 11:25 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 11:25 PM (IST)
कुशीनगर में दो दिन से नहीं खुला अस्पताल, मरीजों का प्रदर्शन
कुशीनगर में दो दिन से नहीं खुला अस्पताल, मरीजों का प्रदर्शन

कुशीनगर: विकास खंड के भड़सर गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दो दिन से बंद रहने पर इलाज कराने आए मरीजों ने शनिवार को प्रदर्शन किया। मरीजों ने इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी एनपी गुप्ता को दी। दूरभाष पर उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन देकर मरीजों को शांत कराया।

आसपास के गांवों के राम हजूर, राकेश सिंह, नेबूलाल, खूबलाल, विमला देवी, जड़ावती देवी, कमलावती देवी, गायत्री देवी, गुलाब भारती, जय प्रजापति आदि सुबह अस्पताल पहुंचे तो गेट में ताला बंद था। 11 बजे तक लोग डाक्टर का इंतजार करते रहे। उस समय तक कोई कर्मचारी भी नहीं आया तो मरीजों का धैर्य जवाब दे गया। वह विरोध प्रदर्शन करने लगे। इन लोगों में से कई लोग ऐसे थे जो शुक्रवार को भी इलाज कराने आए थे। तब भी अस्पताल गेट में ताला बंद था। प्रधान राजू सिंह ने कहा कि अस्पताल में लापरवाही चरम पर है। यहां तैनात डाक्टर और कर्मचारियों की मनमानी चरम पर है। प्रदर्शन कर रहे मरीजों ने बताया कि सप्ताह में दो से तीन दिन ही अस्पताल खुलता है। उसमें भी डाक्टर व कर्मचारियों के आने-जाने का कोई समय निश्चित नहीं रहता। यहां तैनात चिकित्सक व कर्मचारी रात में रहते ही नहीं हैं। शाम होते ही अस्पताल वीरान हो जाता है। मजबूर होकर मरीजों को प्राइवेट अस्पताल में जाना पड़ता है। प्रदर्शनकारियों ने मोबाइल पर सीएमओ से बातचीत की तो उन्होंने तत्काल डिप्टी सीएमओ को अस्पताल पर पहुंचने का निर्देश दिया। प्रदर्शन के बाद वार्ड ब्वाय इम्तियाज खान पहुंचे और उन्होंने ताला खोला।

420 की रिपोर्ट निगेटिव, दो मिले कोरोना पाजिटिव

कुशीनगर जिले के सरकारी अस्पतालों से भेजे गए नमूनों में शनिवार को 422 की जांच रिपोर्ट मिली, जिसमें 420 निगेटिव और दो कोरोना पाजिटिव हैं। संक्रमित कसया और रामकोला के निवासी हैं।

सीएमओ डा. एनपी गुप्ता ने बताया कि कुल 5716 संक्रमितों में से अब तक 5649 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। एक्टिव केस पांच हैं, जिनका इलाज मेडिकल कालेज गोरखपुर व जिला अस्पताल में चल रहा है।

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