कुशीनगर में शटडाउन के दौरान दे दी बिजली, लाइनमैन झुलसा

कुशीनगर में बकाया विद्युत बिल की वसूली और बिजली चोरी रोकने के लिए जांच कर रही टीम कनेक्शन काटने के लिए पोल पर चढ़ा था संविदा कर्मी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 11:06 PM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 11:06 PM (IST)
कुशीनगर में शटडाउन के दौरान दे दी बिजली, लाइनमैन झुलसा
कुशीनगर में शटडाउन के दौरान दे दी बिजली, लाइनमैन झुलसा

कुशीनगर: संयोग ठीक रहा, वरना विभागीय लापरवाही से एक संविदा लाइन मैन की जान जा सकती थी। कनेक्शन काटने के लिए उपकेंद्र से शट डाउन लेकर वह पोल पर चढ़ा, इसी दौरान आपूर्ति शुरू कर दी गई। करंट लगने से वह नीचे आ गिरा और गंभीर रूप से घायल हो गया।

मामला विद्युत उपकेंद्र के रामाभार फीडर से जुड़े वीर सावरकर वार्ड (सबयां) का है। अवर अभियंता रमेश सिंह के नेतृत्व में टीम बकायेदारों व चोरी से बिजली जलाने वालों की जांच कर रही थी। एक उपभोक्ता का बिल बकाया अधिक होने के कारण उसका कनेक्शन काटने का अवर अभियंता ने लाइनमैन श्रीकांत प्रसाद को निर्देश दिया। इसके बाद उसने एसडीओ अवधेश शर्मा को फोन कर शट डाउन मांगा। बिजली कट जाने के बाद संविदा लाइन मैन पंकज यादव निवासी छेरिहवा टोला पिपराझाम पोल पर चढ़कर कनेक्शन काट रहे थे। इसी दौरान आपूर्ति शुरू कर दी गई, जिससे वह करंट की चपेट में आकर नीचे गिर गया। विभागीय लोग उसे तत्काल चिकित्सक के यहां ले गए, लेकिन हालत गंभीर देख वहां से जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। कर्मचारी का इलाज चल रहा है। इसको लेकर विभागीय कर्मचारी काफी सकते में हैं। उनका कहना है कि इस तरह की लापरवाही फीडर से की गई है।

एसडीओ अवनीश श्रीवास्तव ने बताया कि मैं स्वयं मामले की जांच कर रहा हूं, जिसकी भी गलती होगी उसके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी। अनियमित विद्युत आपूर्ति से अनुसंधान कार्य प्रभावित

सब्जी अनुसंधान व कृषि विज्ञान केंद्र सरगटिया करनपट्टी में बिजली की अनियमित आपूर्ति से अनुसंधान कार्य पूरी तरह प्रभावित हो गया है। यहां एक वर्ष पूर्व अंडरग्राउंड लाइन में आयी खराबी को अब तक ठीक नहीं किया जा सका है। काम चलाने के लिए बिजली विभाग ने अस्थायी कनेक्शन दे दिया है, लेकिन आए-दिन होने वाले फाल्ट के कारण वैज्ञानिकों के समक्ष काफी दिक्कतें आ रही हैं।

शासन के निर्देश के मुताबिक अनुसंधान कार्य के लिए विद्युत विभाग को संस्थान को 24 घंटे बिजली देनी है। संस्थान ने इसके लिए राजापाकड़ स्थित विद्युत केंद्र से अलग फीडर ले रखा है। जुलाई 2017 में आपूर्ति शुरू हुई थी, लेकिन फरवरी 2019 से अंडरग्राउंड केबल में फाल्ट आने से आपूर्ति बाधित हो गई। अस्थायी उपाय कारगर नहीं हो रहा है।

केंद्र प्रभारी अधिकारी डा. अशोक राय ने बताया कि विद्युत बिल का नियमित भुगतान किया जा रहा है, केबल का फाल्ट विद्युत विभाग के अधिकारी ठीक नहीं करा पा रहे हैं। इसके लिए कई बार जिम्मेदारों से लिखित व मौखिक वार्ता की गई, फिर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ, शोध कार्य पूरी तरह प्रभावित है। दूसरी तरफ विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता एके गुप्ता ने कहा कि केबल उपलब्ध नहीं है, मंगवाया जा रहा है। शीघ्र ही इसे ठीक करा दिया जाएगा।

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