कुशीनगर में ध्वज लगाकर मनाया जाएगा हिदू नववर्ष

लगे झंडे लगाकर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर होने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा इसके लिए संस्कार भारती ने तैयारी की है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 12:50 AM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 12:50 AM (IST)
कुशीनगर में ध्वज लगाकर मनाया जाएगा हिदू नववर्ष
कुशीनगर में ध्वज लगाकर मनाया जाएगा हिदू नववर्ष

कुशीनगर में इस बार धार्मिक चिन्ह

कुशीनगर: संस्कार भारती चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नव संवत्सर 2078 के अवसर पर प्रत्येक घर पर ऊँ भगवान श्रीराम व हनुमानजी के अंकित चित्र युक्त ध्वज लगाकर हिदू नववर्ष के आगमन का संदेश व शुभकामनाएं देगी।

रविवार को विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी को ध्वज दे कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। संस्था के सदस्यों ने समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों में ध्वज का वितरण किया। संस्कार भारती के अध्यक्ष डा. एके सिन्हा ने कहा कि हिदू नववर्ष 13 अप्रैल को प्रारंभ हो रहा है। इसी दिन ब्रम्हाजी ने सृष्टि की रचना की थी, भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक हुआ था। इसी दिन भारतीय पंचांग का शुभारंभ होता है। इस दिन संस्कार भारती के सदस्य नववर्ष की शुभकामनाएं देंगे। आलोक कुमार श्रीवास्तव, डा. अंबरीश विश्वकर्मा, सुरेश प्रसाद गुप्त, अशोक जैन, विरेंद्र नाथ त्रिपाठी, डा. नरेंद्र प्रताप सिंह, कमलेश प्रताप सिंह, ओमप्रकाश जायसवाल, विनोद जायसवाल, अजय जायसवाल आदि उपस्थित रहे।

विश्वदर्शन मंदिर में कम हुई दर्शनार्थियों की भीड़

रामकोला उपनगर के विश्वदर्शन मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या धीरे-धीरे कम होने लगी है। कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने के बाद लोग सजग होने लगे हैं। सैर-सपाटा से लोग परहेज कर रहे हैं।

रामकोला कस्बा स्थित विश्वदर्शन मंदिर में पहले दर्शनार्थियों की भीड़ लगी रहती थी। मंदिर प्रशासन से जुड़े राजेंद्र ब्रह्मचारी ने बताया कि एक सप्ताह से प्रतिदिन 50-60 दर्शनार्थी भी मंदिर में नहीं आ रहे हैं। जो आ रहे हैं उनको बिना मास्क के प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। मुख्य गेट पर ही उनके हाथों को सैनिटाइज कराया जा रहा है। मंदिर के सुरक्षा कर्मी प्रवेश द्वार पर ही मास्क चेक कर रहे हैं। सीमित लोगों को ही प्रवेश कराया जा रहा है। मंदिर पांच तल का है, प्रत्येक तल पर शारीरिक दूरी का अनुपालन कराया जा रहा है। रविवार को बिहार के बेतिया से परिवार के सदस्यों के साथ दर्शन करने आए मनोज, राजेश, बिनोद आदि ने बताया कि मंदिर प्रशासन कोविड के सभी नियमों का अनुपालन कराते हुए ही अंदर जाने दे रहा है। प्रसाद भी हाथों को सैनिटाइज कराने के बाद ही मिल रहा है।

chat bot
आपका साथी