कुशीनगर के मुसहर बहुल 35 गांवों में पेयजल का संकट
कुशीनगर गांवों के अधिकतर इंडिया मार्क हैंडपंप खराब हैं ग्राम पंचायतों को जिम्मेदारी मिलने के बाद से बिगड़ी है हैंडपंपों की स्थिति।
कुशीनगर: गांवों में शुद्ध जल उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी जबसे ग्राम पंचायत को दी गई है तभी से इंडिया मार्क हैंडपंपों की स्थिति खराब हो गई है। यही वजह है कि दुदही विकास खंड की अधिकतर ग्राम पंचायतों में पेयजल का संकट खड़ा हो गया है। मुसहर बहुल 35 ग्राम पंचायतों में स्वच्छ जल सपना हो गया है।
ब्लाक की सभी 66 ग्राम पंचायतों में 3575 इंडिया मार्क हैंडपंप स्थापित हैं। बांसगाव में 116 इंडिया मार्क हैंडपंप हैं। इनमें तीन चौथाई खराब हैं। इसी तरह दुदही में 87, कोकिल पट्टी में 126, दशहवा में 44, बतररौली में 41, तिवारी पट्टी में 52, रकबा दुलमा पट्टी में 115, गौरीश्रीराम में 210, बैकुंठपुर में 87, चाफ में 61, जंगल लाला छपरा में 40, अमवाखास में 95, ठाढ़ीभार में 112, दुमही में 80, विशुनपुर बरियापट्टी में 70, धर्मपुर में 60, रामपुर बरहन में 147, धोकरहा में 68, गौरीजगदीश में 117, सरगटिया करनपट्टी में 46, अमवादीगर में 40 बड़हरा में 37, पृथ्वीपुर में 96, कतौरा में 26, गगलवा में 35, मठिया भोकरिया में 52, दोदरा में 105, जंगल घोरठ में 18, जंगल शंकरपुर में 33, बांसगांव में 116, जंगल विशुनपुरा में 40 तथा जंगल नौगांवा में 90 इंडिया मार्क हैंड पंप लगे हैं। इनमें अधिकांश खराब हैं, जो चालू हैं वह भी दूषित पानी दे रहे हैं। इनमें 35 ग्राम पंचायतें मुसहर बहुल हैं।
विशुनपुर बरियापट्टी के पप्पू कुशवाहा, रामपुरपट्टी के मारकंडेय शर्मा ने कहा कि इंडिया मार्क हैंडपंप के रीबोर व मरम्मत के नाम पर भारी अनियमितता की गई है। शिकायत पर एडीओ पंचायत ध्यान नहीं दे रहे हैं। बीडीओ संदीप सिंह ने कहा कि खराब हैंडपंपों को दुरुस्त कराया जाएगा तथा लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।