कुशीनगर में मांगों को लेकर शिक्षकों का सामूहिक उपवास

कुशीनगर के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में शिक्षकों ने दिया धरना मुख्यमंत्री को संबोधित 11 सूत्रीय ज्ञापन जिविनि को सौंपा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 12:26 AM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 12:32 AM (IST)
कुशीनगर में मांगों को लेकर शिक्षकों का सामूहिक उपवास
कुशीनगर में मांगों को लेकर शिक्षकों का सामूहिक उपवास

कुशीनगर: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की कुशीनगर इकाई से जुड़े शिक्षकों ने जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह के नेतृत्व में शनिवार को सामूहिक उपवास रखा। 11 सूत्रीय मांगों को पूरा करने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के गेट पर धरना दिया।

धरने को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि कोरोना काल में अभिभावकों की ओर से अपने पाल्यों की फीस जमा न करने से वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षक भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। सरकार इनके लिए तत्काल सहायता राशि जारी करे। साथ ही समान कार्य के लिए समान वेतन देना सुनिश्चित की जाए। जिला मंत्री अनिल कुमार दूबे ने कहा कि नई पेंशन योजना मात्र छलावा है। यह निवेश योजना है, इससे शिक्षकों में अनिश्चितता की स्थिति है। यह योजना शिक्षकों को कत्तई स्वीकार नहीं है। सरकार पुरानी पेंशन योजना को शीघ्र लागू करे। कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षकों को भी राज्य कर्मचारियों की तरह निश्शुल्क चिकित्सा की सुविधा दी जाए। उपाध्यक्ष गोविद प्रसाद वर्मा, राजेंद्र प्रसाद, जयनाथ प्रसाद, भगवंत भारती आदि शिक्षकों ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री को संबोधित मांगों का ज्ञापन जिला विद्यालय निरीक्षक उदय प्रकाश मिश्र को सौंपा गया। ज्ञान शंकर पांडेय, रामसुमिरन मौर्य, शंभू राव, धर्मेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।

परिवहन बस चलवाने की मांग

खानगी बाजार से देवरिया तक चलने वाली परिवहन निगम की एक मात्र बस की सेवा ढाई साल से बंद है। जिससे यात्रियों डग्गामार वाहनों से यात्रा करनी पड़ रही है। बनारसी तिवारी, करुणा निधान तिवारी, मोहन तिवारी, सुरेश तिवारी, अनवर आदि ने परिवहन निगम की बस सेवा पुन: बहाल किए जाने की मांग की है।

बेसहारा पशुओं से किसान परेशान

कप्तानगंज विकास खंड के मंसूरगंज, खैरटवा, सिकटिया सहित आधा दर्जन गांवों में बेसहारा पशुओं की भरमार है। ये धान, सब्जी आदि की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। क्षेत्र के रामआधार दूबे, गिरीश सिंह, राधाकिशुन आदि ने प्रशासन से बेसहारा पशुओं को पकड़वाने की मांग की है।

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