भाव अभिव्यक्ति की सशक्त भाषा है हिदी: डॉ. गौरव
हिदी भाव अभिव्यक्ति की सबसे समृद्ध भाषा है। हिदी का समुचित विकास न होने के लिए हम सभी जिम्मेदार हैं। इसके विकास के लिए हिदी भाषा का संस्कार अपने परिवार में डालना चाहिए।
कुशीनगर : हिदी भाव अभिव्यक्ति की सबसे समृद्ध भाषा है। हिदी का समुचित विकास न होने के लिए हम सभी जिम्मेदार हैं। इसके विकास के लिए हिदी भाषा का संस्कार अपने परिवार में डालना चाहिए।
यह बातें बुद्ध पीजी कालेज कुशीनगर के सहायक आचार्य डॉ. गौरव तिवारी ने कही। वह हिदी दिवस के उपलक्ष्य में श्रीनाथ मंदिर कसया के सभागार में आयोजित काव्य पाठ व हिदी भाषा का गौरव विषयक परिचर्चा को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम संस्कार भारती कुशीनगर के तत्वावधान में आयोजित हुआ। अध्यक्षता करते हुए राजीव गुप्त ने कहा कि संस्कार भारती संस्कार देने का सराहनीय कार्य कर रही है। संस्थाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार सिन्हा ने आभार ज्ञापित किया। संचालन मंत्री अशोक कुमार ने किया। जगदीश सिंह, दिव्यांश श्रीवास्तव, अशोक कुमार गुप्त नवीन, सुनंदा शर्मा, अंशिका तिवारी, वीरेश राय, कमलेश कुमार गुप्त, दिनेश कुमार तिवारी आदि ने काव्य पाठ करते हुए हिदी की महत्ता को रेखांकित किया। अतिथि परिचय सुरेश प्रसाद गुप्त ने कराया। डॉ. अम्बरीष विश्वकर्मा, महादेव प्रसाद गुप्त, शिव अवतार सिंह, डॉ. आनंद तिवारी, मदन अग्रहरि, पंकज शर्मा, राजन जायसवाल समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।