कोरोना को लेकर राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने किया आगाह
कुशीनगर में वीडियो काफ्रेंस के दौरान धर्मगुरुओं से वर्चुअल संवाद के दौरान दी भयावह स्थिति के बारे में जानकारी धर्मगुरुओं से आमजन को जागरूक करने करने के लिए आगे आने को कहा।
कुशीनगर : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को लेकर मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिले के धर्मगुरुओं से वर्चुअल संवाद में आगाह किया। साथ ही उन्हें इसकी भयावह स्थिति की जानकारी देते हुए आमजन को जागरूक करने के लिए पहल करने की अपील की।
बैठक की शुरूआत प्रेजेंटेशन के माध्यम से हुई, जिसमें दिखाया गया कि 2020 की तुलना में दूसरा फेज भयावह है । दो मार्च 2020 को यूपी में आगरा से संक्रमण शुरू हुआ, उस वक्त इलाज की कोई व्यवस्था न होने के बावजूद सरकार के अथक प्रयासों से एक त्रिस्तरीय व्यवस्था का ढांचा प्रारंभ किया गया, जिसे बाद में केंद्र सरकार के द्वारा भी अपनाया गया। इसमें यह भी दिखाया गया कि सबसे अधिक जनसंख्या वाला प्रदेश होने के बावजूद भी संक्रमण की दर, कोविड मृत्यु दर के मामले में अन्य प्रदेशों से कम रही। इसके साथ-साथ टेस्टिग के मामले में भी प्रदेश अव्वल रहा। होली, कृषि कार्य तथा पंचायत चुनाव के लिए दूसरे राज्य से आए लोगों से संक्रमण एवं विस्तार को कारण बताया गया। मुख्यमंत्री के कुछ अनूठे प्रयोग की भी चर्चा हुई। धर्म गुरुओं ने अधिक से अधिक लोगों में जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया। कोविड गाइड लाइंस का अनुकरण करने एवं भक्त तथा अनुयायियों से करवाने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने धर्म गुरुओं से कहा की लड़ाई समाज के हर तबके की है। नवरात्रि एवं रमजान में मास्क व शारीरिक दूरी के पालन पर जोर दिया। राज्यपाल ने भी पूरे एक वर्ष से लगातार डाक्टर, नर्स, सुरक्षाकर्मी एवं अधिकारियों की सक्रियता की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रोटोकाल का पालन घर में भी किया जाए। कलेक्ट्रेट स्थित एनआइसी कक्ष में डीएम एस राजलिगम ने भी धर्मगुरुओं से वार्ता कर लोगों को जागरूक करने की अपील की। एडीएम विध्यवासिनी राय, एएसपी एपी सिंह समेत धर्मगुरु व अधिकारी मौजूद रहे।