कोविड से बचाव के लिए महिलाएं लगवाएं टीका

महिलाओं को वैक्सीन हरहाल में लगवाना चाहिए महिलाएं सुरक्षित रहेंगी तो उनका पूरा परिवार सुरक्षित रहेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 11:38 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 11:38 PM (IST)
कोविड से बचाव के लिए महिलाएं लगवाएं टीका
कोविड से बचाव के लिए महिलाएं लगवाएं टीका

कुशीनगर: पूरा देश वैश्विक महामारी से जूझ रहा है, वैक्सीन ही बचाव का मुख्य हथियार है। महिलाएं वैक्सीन जरूर लगवाएं, इसी से हम खुद को सुरक्षित रखते हुए परिवार की सुरक्षा कर सकते हैं। कोरोना संक्रमण कम जरूर हुआ है, लेकिन खतरा टला नहीं है। वैक्सीन लगवाने के प्रति लापरवाही ठीक नहीं है।

यह बातें कप्तानगंज कस्बा की चिकित्सक डा. शिल्पिता सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि सभी लोग टीका लगवाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें, ताकि कोरोना से जंग जीती जा सके। कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज मैं ले चुकी हूं। मुझे किसी भी तरह की परेशानी नहीं हुई। 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को भी वैक्सीन लग रही है। युवा वर्ग खुद जागरूक हों और समाज के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करें। कहा कि टीकाकरण के बाद भी किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें। भीड़-भाड़ वाले इलाके में जाने से बचें। घर में रहें और कोरोना गाइड लाइन एवं प्रशासन की ओर से दिए जा रहे निर्देशों का अनुपालन करें। ²ढ़ संकल्प लें, कोरोना जरूर हारेगा। गर्भवती महिलाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खट्टे फल, हरी सब्जियां, अंकुरित चना का सेवन करें। दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी पर विशेष ध्यान दें।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण है योग

योग के नियमित अभ्यास से शरीर स्वस्थ रहता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है। यह बातें योग शिक्षक प्रियंका यादव ने कहीं। कहा कि योगासन से खांसी, जुकाम, वायरल बुखार, कमर दर्द, सांस लेने में तकलीफ आदि बीमारियां भी दूर भागती हैं।

योग करने वाले व्यक्तियों में स्फूर्ति व ऊर्जा का संचार होने के साथ-साथ शरीर की नाड़ियों की शुद्धि होती है। साथ ही रोग से लड़ने की क्षमता भी बढ़ती है। कोरोना से सबसे ज्यादा नुकसान फेफड़ों को होता है। इसे मजबूत बनाने के लिए शंख बजाना लाभदायक है। शंख बजाते वक्त हमें काफी ताकत की जरूरत पड़ती है। जिसकी वजह से फेफड़ों का अच्छा अभ्यास होता है। अगर आप हर दिन शंख फूंकते हैं तो काफी अच्छा माना जाता है। इनसे आपके गले व फेफड़े में रोग नहीं होंगे। इससे याददाश्त भी अच्छी रहती है। हृदयाघात की संभावना भी कम रहती है। इससे फेफड़ों के माध्यम से दूषित हवा बाहर निकल जाती है, शरीर को एनर्जी मिलती है।

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