न गेट हटा, न दर्ज हुआ मुकदमा

पुरातत्व विभाग और म्यांमार बुद्ध विहार के बीच गेट निर्माण को लेकर उपजा विवाद दूसरे दिन गुरुवार को भी जस का तस बना रहा। प्रशासन के सख्त आदेश के बावजूद बुद्ध विहार ने विवादित गेट नहीं हटाया। पुरातत्व विभाग की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किए जाने को लेकर भी शाम तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Dec 2019 11:40 PM (IST) Updated:Fri, 06 Dec 2019 06:11 AM (IST)
न गेट हटा, न दर्ज हुआ मुकदमा
न गेट हटा, न दर्ज हुआ मुकदमा

कुशीनगर : पुरातत्व विभाग और म्यांमार बुद्ध विहार के बीच गेट निर्माण को लेकर उपजा विवाद दूसरे दिन गुरुवार को भी जस का तस बना रहा। प्रशासन के सख्त आदेश के बावजूद बुद्ध विहार ने विवादित गेट नहीं हटाया। पुरातत्व विभाग की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किए जाने को लेकर भी शाम तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई।

मामले में पुरातत्व विभाग, प्रशासन और पुलिस अधिकारी एक दूसरे पर टालमटोल करते नजर आ रहे हैँ। महापरिनिर्वाण मंदिर परिसर के उत्तरी प्रवेश द्वार को लेकर पुरातत्व विभाग एवं म्यांमार बुद्ध विहार के बीच लंबे समय से न्यायालय में वाद चला आ रहा है। मंगलवार की रात्रि में बुद्ध विहार द्वारा मंदिर प्रवेश द्वार से सटकर विवादित जमीन पर नया गेट का निर्माण कराया गया। बुधवार की सुबह जानकारी होने पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार पांडेय मौके पर पहुंचे। अवैध निर्माण को रोका। गेट हटाने का सख्त आदेश दिया लेकिन अब तक इसका अनुपालन नहीं हो सका है। पुरातत्व विभाग ने थाने में तहरीर दी है। पर अब तक उस पर भी मुकदमा दर्ज नहीं हो सका है।

पुरातत्व विभाग के अधिकारी अविनाश चंद त्रिपाठी का कहना है कि मै विभागीय कार्य से बाहर हूं। कर्मचारी ने थाने में तहरीर दी है। एसएचओ ज्ञानेंद्र कुमार राय ने बताया कि विभाग से तहरीर मिली है। उस पर अधिकारी का हस्ताक्षर नहीं है। हस्ताक्षर करने के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

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