सत्यापन के पेच से लगा ब्रेक

जिले में धान खरीद को लेकर रकबे के सत्यापन का पेच फंसता दिख रहा है। इसने 4200 किसानों के धान बेचने पर ब्रेक लगा दिया है। धान लेकर खड़े इन किसानों का अरमान विभागीय लापरवाही के चलते टूट रहा है। ि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Dec 2019 10:57 PM (IST) Updated:Sat, 07 Dec 2019 06:09 AM (IST)
सत्यापन के पेच से लगा ब्रेक
सत्यापन के पेच से लगा ब्रेक

कुशीनगर: जिले में धान खरीद को लेकर रकबे के सत्यापन का पेच फंसता दिख रहा है। इसने 4200 किसानों के धान बेचने पर ब्रेक लगा दिया है। धान लेकर खड़े इन किसानों का अरमान, विभागीय लापरवाही के चलते टूट रहा है। जिले में 6230 किसानों ने धान बेचने को आन लाइन आवेदन किया है। पंजीकृत 37580 गाटाओं में से अब तक 5223 का ही सत्यापन रकबा के आधार पर हो सका है। 10353 का सत्यापन लंबित है। लेखपालों की लापरवाही से 592 गाटा निरस्त हो गए। विभाग के अनुसार आन लाइन पंजीकरण के बाद सत्यापन की रिपोर्ट मिलने पर विभाग की ओर से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज भेजा जाएगा। इसके बाद ही संबंधित किसान धान बेच सकेंगे। केवल पंजीकरण की हार्ड कापी के आधार पर खरीद नहीं होगी। तीन दिन में सत्यापन कार्य सभी एसडीएम पूर्ण कर लें, अन्यथा की स्थिति में दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।

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