आयुष्मान कार्ड बनाने की धीमी प्रगति से डीएम नाराज
कुशीनगर के डीएम ने समीक्षा बैठक के दौरान मुसहर बस्तियों में मास्क व सैनिटाइजर वितरित करने के निर्देश दिए साथ ही सचल दल के एंबुलेंस के बारे में ली जानकारी।
कुशीनगर : टीकाकरण केंद्रों पर आयुष्मान कार्ड बनाने की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुए डीएम एस राजलिगम ने सीएमओ को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
वह विकास भवन स्थित समेकित कोविड कमांड केंद्र में नियमित कोविड समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों को कार्ड बनवाकर तत्काल उपलब्ध कराएं। गांवों में फागिग आदि की डीपीआरओ से जानकारी लेते हुए उन्होंने मुसहर बस्तियों में सैनिटाइजर व मास्क वितरण कराने के निर्देश दिए। मास्क एवं सैनिटाइजर के नोडल अफसर से उपलब्धता की जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। सचल दल के एंबुलेंस के संदर्भ में पूछताछ करते हुए बची गाड़ियों को सक्रिय करने को कहा। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से जेनरेटर संबंधित रिपोर्ट ली। बैठक में बारिश के मद्देनजर तटबंधों, नावों की स्थिति व निश्शुल्क राशन वितरण संबंधित चर्चा भी हुई। अपर जिलाधिकारी विन्ध्यवासिनी राय, अपर पुलिस अधीक्षक एपी सिंह, सीएमओ डा.एनपी गुप्ता, सीएमएस डा.एसके वर्मा आदि मौजूद रहे।
पौष्टिक आहार के साथ शारीरिक दूरी पर रहे विशेष ध्यान
कोरोना संक्रमण का खतरा कम हुआ है, लेकिन अभी खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में खुद के साथ परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी सभी की है। इसके लिए विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। डरें नहीं बल्कि प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं।
यह कहना है पडरौना के चिकित्सक डा. अरुण कुमार गौतम का। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि आत्मविश्वास बनाए रखें। सुबह-शाम टहलने की आदत डालें। मास्क के साथ शारीरिक दूरी पर विशेष ध्यान दें। पौष्टिक आहार के साथ कसरत की भी आदत डालनी चाहिए। इसके लिए सबसे पहले अपनी दिनचर्या में बदलाव करें। प्रतिदिन 20 से 30 मिनट तक व्यायाम करें, जिससे फेफडे़ को अधिक आक्सीजन मिले। ताजे फल व सलाद का सेवन करें। इसमें नींबू, संतरा, केला आदि शामिल रहे। सीजनल फल का सेवन करें। पर्याप्त नींद जरूर लें। भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाने से परहेज करें। अगर बहुत जरूरी हो तो मास्क लगाकर कर ही निकलें। जरूरत पड़ने पर नजदीकी चिकित्सक से संपर्क करें। साथ ही अभिभावक अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दें। सावधानी बरत कर ही हम बचाव कर सकते हैं। बच्चों की भी जांच कराएं, ताकि वास्तविक स्थिति का पता चलता रहा। बच्चों को घर से बाहर खेलने के लिए न भेजें, मास्क पहनाएं और घर में सफाई रखें।