रोग ने डाक्टर को किया हिट, योग से हुए 'फिट'
कुशीनगर में चिकित्सक डा. वीके सिंह 15 वर्ष से कर रहे योगाभ्यास अस्थमा जैसी बीमारी पर पाई विजय अब परिवार में सभी करते हैं ध्यान।
कुशीनगर: पडरौना नगर के प्रसिद्ध आर्थोपेडिक सर्जन 53 वर्षीय डा. वीके सिंह को 15 वर्ष पूर्व सांस फूलने की बीमारी (अस्थमा)हुई। सूंघने की दवा लेने के बाद भी परेशानी बनी रहती थी। दिनभर काम करने के बाद उन्हें थकान महसूस होती थी। बतौर चिकित्सक उनको पता था कि एलोपैथिक दवा राहत तो देगी, लेकिन निजात नहीं दिला सकती। फिर उन्होंने योग की शरण ली। आर्ट आफ लिविग से योग का कोर्स किया। भस्त्रिका, अनुलोम- विलोम, वृक्षासन आदि का नियमित अभ्यास शुरू किया, तब से लगातार करते आ रहे हैं। कहते हैं कि उसी की वजह से आज वह पूरी तरह से फिट हैं।
तीन वर्ष पूर्व उनकी 78 वर्षीय मां फूलवास देवी को भी सांस की समस्या हुई तो स्वयं उनको योग सिखा ठीक किया। पहले दोनों लोग साथ ही अभ्यास करते थे। अब कोरोना संक्रमण को देखते हुए पूरा परिवार अलग-अलग अभ्यास व ध्यान करता है। उन्होंने बताया कि लगातार अभ्यास से माता स्वस्थ हैं तो पिता डा.श्याम बदन सिंह व पत्नी सीमा सिंह भी प्रतिदिन सुबह योग करती हैं। उनका कहना है कि कोरोना संक्रमण काल में योग का बहुत महत्व है। पोस्ट कोविड में फेफड़ा सिकुड़ने लगता है,तब सांस की एक्सरसाइज बहुत जरूरी होती है। आमजन से आह्वान किया कि वे अगर संक्रमित होकर ठीक हुए हैं,तो योगाभ्यास जरूर करें, जिससे आगे चलकर कोई दिक्कत न हो। यह सर्तकता सभी को अभी से बरतनी होगी।
दिल पर रोग की दस्तक, योग से हुए निरोग
योग असाध्य रोगों को भी ठीक कर देता है। इसका प्रमाण हैं पडरौना नगर निवासी 52 वर्षीय राजेश अग्रवाल हैं। दिल पर खतरा छाया तो योग की छतरी ओढ़ उसे दूर कर दिया।
अक्टूबर 2020 में किन्हीं कारणों से अनिद्रा एवं हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हो गए। ब्लड प्रेशर 190/140 रहने लगा, तो चिकित्सक से संपर्क किए। चिकित्सक ने ब्लड प्रेशर की दवा 10 दिनों की खाने के साथ दो महीने तक बेड रेस्ट की सलाह दी। दवा शुरू करने के बाद पूरी तरह से आराम नहीं मिला, खतरा बना रहा। दवा का पावर बढ़ाने एवं जीवन भर दवा लेने की सलाह दी गई। फिर योग की शरण ली। आर्ट आफ लिविग के कोर्स प्रशिक्षक से सलाह ली। इसके बाद योग प्राणायाम एवं सुदर्शन क्रिया के साथ गहरे ध्यान को नियमित रूप शुरू किया। कुछ ही दिनों में मेरा ब्लड प्रेशर नार्मल होने लगा और अनिद्रा की समस्या भी समाप्त हो गई। दवा पूरी तरह से बंद हो गई। आज मैं बिलकुल फिट हूं। नियमित रूप से योगाभ्यास, ध्यान एवं सुदर्शन क्रिया करता हूं। अब मुझे याद भी नहीं आता की कभी मेरा ब्लड प्रेशर इतना हाई भी रहने लगा था। मैं सभी को योगाभ्यास, सुदर्शन क्रिया एवं ध्यान करने की सलाह देता हूं। कहा कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में सेहत का ख्याल रखने के लिए सभी को योग जरूर करना चाहिए।