मां ब्रह्मचारिणी की पूजा कर निहाल हुए भक्त

कुशीनगर में वासंतिक नवरात्र के दूसरे दिन तपस्वी रूप वाली मां भगवती की आराधना की गई मां के दाहिने हाथ में जप की माला एवं बाएं हाथ में है कमंडल।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 01:05 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 01:05 AM (IST)
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा कर निहाल हुए भक्त
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा कर निहाल हुए भक्त

कुशीनगर : चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन बुधवार को मां के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा कर भक्त निहाल हुए। तप का आचरण करने वाली भगवती ब्रह्मचारिणी भक्त की आराधना से प्रसन्न होकर मनवांछित फल देती हैं। इनके दाहिने हाथ में जप की माला एवं बाएं हाथ में कमंडल होता है।

सुबह से ही देवी मंदिरों में श्रद्धालु पूजा पाठ के लिए पहुंचने लगे। जैसे ही कपाट खुला आरती-पूजन में सम्मिलित होकर मां के दरबार में भक्तों ने मत्था टेका। जयकारे से मंदिर परिसर समेत आसपास का वातावरण भक्तिमय हो उठा। नगर स्थित बुढि़या माई मंदिर, खिरकिया देवी स्थान, खड्डा स्थित कोट देवी स्थान, शायरी माई मंदिर, गायत्री मंदिर में सुबह से शाम तक जय माता दी के नारे लगते रहे। आस्था के केंद्र इन मंदिरों में भक्तगण द्वारा कोरोना से बचाव व जगत कल्याण की खातिर संक्षिप्त अनुष्ठान कराया गया। पुजारी सच्चिदानंद शुक्ल, नत्थू पांडेय आदि ने बताया कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी कदम उठाए गए हैं। कोविड नियमों का पालन अनिवार्य रूप से कराया जा रहा है।

खन्हवार माई के दरबार में उमड़ी भीड़

कुबेरस्थान संवाददाता के अनुसार प्रसिद्ध खन्हवार माई मंदिर में दूसरे दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। दूर-दूर से श्रद्धालु मां का दर्शन करने पहुंचे थे। मंदिर का कपाट खुलते ही श्रद्धालु जय माता दी के नारे लगाते हुए परिसर में प्रवेश किए। कोविड को लेकर मंदिर प्रशासन की तरफ से जरूरी इंतजाम किया गया है। शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए कतारबद्ध श्रद्धालु एक एक कर पूजन-अर्चन किए। रामकोला स्थित धर्म समधा भगवती, मैनपुर कोट, कुलकुला देवी, चेड़ा माई मंदिर, काली मंदिर, काली मां स्थान पर भी भक्तों की भीड़ सुबह से देर शाम तक बनी रही।

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