कुशीनगर में बिजली की आंख मिचौली से उपभोक्ता परेशान

कुशीनगर में उमस भरी गर्मी में बिजली न रहने से रात काटना मुश्किल हो जा रहा है लोगों की नींद पूरी नहीं हो पा रही है व्यापारियों का कारोबार भी प्रभावित हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 11:45 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 11:45 PM (IST)
कुशीनगर में बिजली की आंख मिचौली से उपभोक्ता परेशान
कुशीनगर में बिजली की आंख मिचौली से उपभोक्ता परेशान

कुशीनगर : कप्तानगंज तहसील मुख्यालय समेत ग्रामीण अंचल की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था बेपटरी हो गई है। लगातार कटौती से उपभोक्ता परेशान हैं, न दिन में चैन है न ही रात में नींद पूरी हो पा रही है। कई जगह तार टूटने से आपूर्ति प्रभावित हो जा रही है तो कहीं ट्रांसफार्मर जवाब दे रहे हैं। लोग सड़क या छत पर टहल कर रात काट रहे हैं। लोगों का कहना है कि शिकायत के बाद भी विभाग के अधिकारी सुधार के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं।

क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव के प्रधान अकमल भाई कहते हैं कि अघोषित बिजली कटौती भारी पड़ने लगी है। घरों के विद्युत उपकरण अनुपयोगी साबित हो रहे हैं। जमुआन गांव के अनूप पांडेय ने कहा कि बिजली के आने-जाने का कोई समय नहीं है। विभाग ने रोस्टर भी नहीं जारी किया है। कप्तानगंज कस्बा के आकाश मद्धेशिया ने कहा कि बेहिसाब कटौती की जा रही है। आजाद चौक के सचिन शर्मा ने कहा कि बिजली कब आएगी और कब जाएगी, यह किसी को पता ही नहीं रहता। पिपरा गांव के रामभवन कहते हैं कि इन दिनों विद्युत आपूर्ति न के बराबर मिल रही है। इससे कारोबार भी प्रभावित हो रहा है।

इसी तरह रामकोला ब्लाक के सपहां विद्युत उपकेंद्र से जुड़े गांवों में लो-वोल्टेज से लोग परेशान हैं। सप्लाई आने पर मीटर तो चल रहा है, लेकिन बिजली के उपकरण नहीं चल पा रहे हैं।

खोटही, पगार, फुलवरिया, तरकुलवा, देवरिया बाबू आदि गांवों में लोग परेशान हो रहे हैं। कमलेश, राधेश्याम, अशोक, रामहरख, रामचंद्र, जमादीन आदि का कहना है कि पंखा, बल्ब व अन्य उपकरण महज दिखावा बनकर रह गए हैं। महज पांच से छह घंटे ही बिजली मिल रही है, उसका भी कोई मतलब नहीं है।

जेई राजाराम सागर ने कहा कि विद्युत वितरण खंड से ही वोल्टेज कम आ रहा है, इससे उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। शीघ्र छापामारी कर कटिया लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बिजली की अघोषित कटौती से छूट रहा पसीना

जुलाई की शुरुआत से ही सेवरही विद्युत उपकेंद्र से निर्बाध बिजली आपूर्ति बाधित है। ग्रामीण क्षेत्र में दिन-रात घंटे-दो घंटे पर ट्रिपिग से उपभोक्ता बेहाल हैं। इन्वर्टर की बैटरी भी ठीक से चार्ज नहीं हो पा रही है। ग्रामीण क्षेत्र में 18 से 20 घंटे विद्युत आपूर्ति किए जाने का शेड्यूल निर्धारित है, लेकिन उसका अनुपालन नहीं हो रहा है।

विद्युत उपभोक्ता आशीष जायसवाल, नवीन नाथानी, राजेश तिवारी, अनिल नाथानी, लल्लन ब्याहुत आदि का कहना है कि मनमानी आपूर्ति से दिनचर्या पूरी तरह प्रभावित होकर रह गई है। कहा कि अगर सुधार नहीं हुआ तो आंदोलन को बाध्य होंगे।

कष्ट दे रही बिजली की अनापूर्ति

कसया में उमस भरी गर्मी में विद्युत कटौती अब कष्ट देने लगी है। दिन हो या रात कब बिजली गुल हो जाएगी कोई ठिकाना नहीं है। ऊपर से ब्रेक डाउन व शट डाउन के कहर ने तो जीना मुहाल कर दिया है। उपभोक्ता गीता सिंह, रवि सोनी आदि ने कहा कि विभाग को इस गर्मी में उपभोक्ताओं का ख्याल रखना चाहिए। गर्मी के समय लो-वोल्टेज की समस्या भी खड़ी हो जाती है।

एक्सईएन सुजीत कुमार गुप्त ने कहा कि शासन से तय शेड्यूल के मुताबिक आपूर्ति दी जा रही है। स्थानीय स्तर से कोई कटौती नहीं की जा रही है।

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