मुख्य सचिव ने की बाढ़ बचाव की समीक्षा, दिए निर्देश

कुशीनगर में अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में डीएम को बाढ़ की स्थिति की निगरानी करने के निर्देश देने के साथ ही जमाखोरी एवं मिलावट पर सख्त कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Aug 2021 11:31 PM (IST) Updated:Tue, 17 Aug 2021 11:31 PM (IST)
मुख्य सचिव ने की बाढ़ बचाव की समीक्षा, दिए निर्देश
मुख्य सचिव ने की बाढ़ बचाव की समीक्षा, दिए निर्देश

कुशीनगर : मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये बाढ़ बचाव की समीक्षा करते हुए कहा कि कुछ जनपदों में बाढ़ एवं जलभराव की स्थिति सामने आई है, ऐसे में जिलाधिकारी बाढ़ एवं जलभराव पर सतत निगरानी रखें।

बाढ़ प्रभावित जनपदों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा आपदा प्रबंधन टीमों को 24 घंटे एक्टिव मोड पर रखा जाए। नाव, राहत सामग्री आदि की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत सामग्री पहुंचाने की व्यवस्था करें। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति एवं सफाई पर विशेष ध्यान दिए जाने पर जोर देते हुए कहा कि पानी कम हो जाने पर सफाई एवं छिड़काव की व्यवस्था की जाए, ताकि बीमारियों को फैलने से रोका जा सके। पेयजल पाइपलाइनों का निरीक्षण करा लीकेज की जांच कराई जाए। मोरंग बालू एवं गिट्टी की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए कीमतों में वृद्धि पर नजर रखें। तेल, प्याज एवं अन्य जरूरी खाद्य वस्तुओं की कीमतों पर भी कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए। कहा कि जन शिकायतों के निस्तारण में शिथिलता पर दोषी अधिकारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा। इसकी नियमित समीक्षा की जाए। 15 दिन अभियान चलाकर भवन के नक्शों को पास कराएं। माध्यमिक विद्यालय खुल गए हैं। 23 अगस्त से कक्षा छह से कक्षा आठ और एक सितंबर से कक्षा एक से कक्षा पांच तक के विद्यालयों को खोला जाना प्रस्तावित है। इसमें कोविड गाइड लाइन का अनुपालन सुनिश्चित कराएं। मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना की समीक्षा में करते हुए कहा कि पर्याप्त चारा, भूसा, पेयजल आदि की उपलब्धता सुनिश्चित रहे। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के लिए भूसा एवं चारा की कोई कमी न होने पाए। पराली प्रबंधन के बारे में ग्राम पंचायतों में अभी से चर्चा कराएं। सफाई एवं नमामि गंगे पर भी ग्रामवासियों को जागरूक किया जाए। सभी केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक एवं कीटनाशक रसायन उपलब्ध रहें, कहीं पर भी जमाखोरी न हो तथा इसको रोकने के लिए आकस्मिक रूप से छापे डाले जाए। उन्होंने जल जीवन मिशन, जल शक्ति अभियान कैच द रेन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना आदि की समीक्षा की। कलेक्ट्रेट स्थित एनआइसी कक्ष में वीडियो कांफ्रेंसिग डीएम एस राजलिगम ने समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन का निर्देश मातहतों को दिए। सीडीओ अनुज मलिक, एडीएम विध्यवासिनी राय, एसडीएम हाटा प्रमोद कुमार, डिप्टी आरएमओ विनय प्रकाश सिंह आदि मौजूद रहे।

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