कुशीनगर के अक्षय ने जीता एग्रो इन्क्यूबेशन फेस्ट-2020

कुशीनगर के इस प्रतिभाशाली युवक के आनलाइन प्रजेटेशन में जीतने से कंपनी को मिलेगी सहायता बनाई है कम दिनों में अधिक पैदावार देने वाली जैविक खाद।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 11:16 PM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 11:16 PM (IST)
कुशीनगर  के अक्षय ने जीता एग्रो इन्क्यूबेशन फेस्ट-2020
कुशीनगर के अक्षय ने जीता एग्रो इन्क्यूबेशन फेस्ट-2020

कुशीनगर : कम दिनों में अधिक उत्पादन वाली जैविक खाद बनाकर चर्चा में आए पडरौना के बंसडीला दादोपुर के केमिकल इंजीनियर अक्षय श्रीवास्तव ने एक और उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने स्टार्टअप कंपनियों को निवेशकों से मिलाने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता एग्रोथ एजीटेक स्टार्टअप पीचफेस्ट-2020 प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। 28 नवंबर को देश के 15 निवेशक/जजों ने तीन घंटे के प्रजेंटेशन के बाद विजेता की घोषणा की। अक्षय पडरौना तहसील के गांव बसडीला दांदोपुर के रहने वाले हैं।

जर्मन डेवलपमेंट एजेंसी एवं इन्क्यूबेट इंडिया हर साल देशभर में कृषि क्षेत्र में शोध करने वाली 250 से अधिक कंपनियों से उनके शोध का प्रजेटेशन मंगाती है। इसमें पांच से 25 नवंबर के बीच चलने वाली प्रतियोगिता में 25 का चयन किया जाता है। अक्षय की स्टार्टअप कंपनी एलसीबी फर्टिलाइजर प्राइवेट लिमिटेड गोरखपुर भी टाप-25 में चयनित हुई थी। अक्षय ने बताया कि 26 नवंबर को नीति आयोग की सलाहकार और इजी टू पीच की फाउंडर सीईओ प्रियंका मदनानी ने चयनित 25 कंपनियों के संस्थापकों के विजुअल प्रेजेंटेशन के लिए ट्रेंड किया। 28 नवंबर को शाम तीन से छह बजे तक आनलाइन प्रतियोगिता हुई। इसमें जर्मन व इंडिया के यूनीकार्न इंडिया वेंचर्स के मैनेजिग पार्टनर अनिल जोशी, एसएनके कारपोरेशन के चेयरमैन अनिल खेतान, साफ्टवेयर टेक्नालाजी पार्क आफ इंडिया के ज्वाइंट डायरेक्टर एमपी दूबे, अंकुर कैपिटल फंड की फाउंडर रीतू वर्मा आदि इसके जज थे। प्रतियोगिता जीतने पर अक्षय को एक लाख रुपये का पुरस्कार भी मिला है। बकौल अक्षय, इस जीत के साथ ही कंपनियों ने फंडिंग के लिए रुचि जताई है और अगले सप्ताह से इस पर बातचीत शुरू हो जाएगी। कंपनियों ने तकनीक और अधिक मात्रा में गुणवत्ता युक्त उत्पादन के बारे में जानकारी ली है।

चार राज्यों में गेहूं की फसल पर ट्रायल

सब्जी पर सफल ट्रायल के बाद अब अक्षय जैविक खाद का गेहूं पर भी ट्रायल कर रहे हैं। उन्होंने यूपी, बिहार, हरियाणा और पंजाब के बीस-बीस ब्लाक में किसानों को चार-चार किलो खाद दी है। इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

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