एयरपोर्ट के उद्घाटन को लेकर प्रशासन व एएआइ सक्रिय
कुशीनगर एयरपोर्ट व जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ हुई वर्चुअल बैठक में दिल्ली के अधिकारियों ने एयरपोर्ट के उद्घाटन को लेकर होने वाली तैयारियों की आनलाइन जानकारी ली अधिकारियों ने आधारभूत संरचनाओं व संसाधनों पर भी चर्चा की।
कुशीनगर : कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के उद्घाटन को लेकर जिला प्रशासन व एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया (एएआइ) दिल्ली की सक्रियता बढ़ गई है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट स्थित एनआइसी सभागार में वीडियो काफ्रेंसिंग के जरिये एएआइ व जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों के मध्य वर्चुअल बैठक हुई। इसमें अक्टूबर महीने में उड़ान शुरू होने की संभावना और तैयारियों पर चर्चा हुई।
बैठक में सभी आधारभूत संरचनाओं व संसाधनों को लेकर क्रमवार चर्चा हुई। उद्घाटन समारोह संबंधी तैयारियों पर डीएम राजलिगम ने संबंधित उच्चाधिकारियों को आश्वस्त किया कि इस संदर्भ में सभी प्रकार की बैठकें आयोजित कर सभी प्रकार की व्यवस्था संपन्न कराई जाएगी। किसी भी समस्या को यथाशीघ्र निस्तारित कर लिया जाएगा। एयरपोर्ट के निदेशक एके द्विवेदी ने बताया कि पुन: बुधवार को बैठक होगी। हमारी तैयारियां पूर्ण हैं। आंशिक कमियों को समय पूर्व दुरुस्त कर लिया जाएगा। पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र पटेल,अपर जिलाधिकारी विध्यवासिनी राय,संयुक्त मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा, एयरपोर्ट प्रबंधक सुरक्षा सन्तोष मौर्य, उप जिलाधिकारी कसया प्रमोद तिवारी, डीपीआरओ अभय यादव, अधिशासी अधिकारी कुशीनगर प्रेम शंकर गुप्ता समेत संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
प्रशिक्षित की गई साक्षर सूमह की महिला मेट
विकास खंड कप्तानगंज के विभिन्न गांवों में सहायक विकास अधिकारी आइएसबी की ओर से चयनित ग्राम पंचायतों में साक्षर समूह की महिला मेटों को मंगलवार को ब्लाक सभागार में प्रशिक्षण दिया गया। उन्हें मनरेगा कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण में अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी आलोक कुमार यादव ने कहा कि ग्राम पंचायतों में समूह के माध्यम से रोजगार देने के लिए महिला मेट का चयन किया गया है। प्रशिक्षण के माध्यम से 20 श्रमिकों को रोजगार देने के लिए इन्हें लगाया जाएगा। शासन की मंशा के अनुरूप गांवों में हो रहे मनरेगा कार्यक्रम में यह अपना सहयोग प्रदान करेंगी। कहा कि मेट के पद पर चयनित महिला अपने दायित्वों का ईमानदारी से अनुपालन करें और श्रमिकों को रोजगार देने के लिए मेहनत करें। कोई भी श्रमिक बिना रोजगार के नहीं मिलना चाहिए। हर श्रमिक को साल भर में 100 दिन का रोजगार देना आवश्यक है। गांव में मनरेगा के तहत हो रहे कार्य को मेट देखेंगी। कमी मिलने पर ब्लाक मुख्यालय को अवगत कराएंगी। लेखा सहायक रघुनंदन सिंह ने भी संबोधित किया। मनीषा श्रीवास्तव, शकुंतला, सरिता साहनी, पूनम देवी, सीमा, मीना सिंह, कामिनी सिंह आदि मौजूद रहीं।