डीजल खत्म होने के बाद नदी में बही डेढ़ सौ लोगों से भरी नाव

कुशीनगर में नारायणी नदी में फंसे लोगों को निकालने के लिए देर रात पहुंची प्रशासनिक टीम लोगों को नाव से बाहर निकालने का चल रहा काम देर रात तक अधिकारियों का आना जाना लगा रहा नाव इंजन से चल रही थी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 12:05 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 12:05 AM (IST)
डीजल खत्म होने के बाद नदी में बही डेढ़ सौ लोगों से भरी नाव
डीजल खत्म होने के बाद नदी में बही डेढ़ सौ लोगों से भरी नाव

कुशीनगर: गुरुवार की रात साढ़े नौ बजे बिहार सीमा से सटे नदी उस पार जिले के दियरा क्षेत्र से ग्रामीणों को लेकर आ रही इंजन चालित बड़ी नाव जैसे ही नदी की बीच धारा में पहुंची उसका डीजल खत्म हो गया। नाव नदी की धारा में बह गई। इस पर डेढ़ सौ लोग सवार हैं। नाव बहती हुई बरवापट्टी घाट से पाच किमी दूर अमवादिगर गाव के सामने बने ठोकर के पास जाकर फंस गई। लोग चीख-पुकार करने लगे। एक घटे बाद पहुंची पुलिस व प्रशासनिक टीम बचाव कार्य में जुट गई। नाव सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं।

नदी उस पार दियरा में अपना फूस का घर बनाकर रह रहे लोग पानी में ही फंसे हुए थे। इनको निकाल कर लाने के लिए प्रशासनिक रोक के बावजूद नाव मालिक नाव लेकर रात को गया था। सबको सवार करने के बाद लौट रहा था। अमवादिगर के ग्राम प्रधान रिंकू सिंह पटेल कुछ मझुआरों की छोटी वाली नाव से तेल की व्यवस्था कर भेजे। इसी बीच पुलिस - प्रशासनिक टीम भी पहुंची। एसडीएम एआर फारुकी ने बताया कि छोटी नाव से तेल भेजा जा रहा है, जान माल का कोई खतरा नहीं है । कुछ लोगों को छोटी नाव से निकाला भी जा रहा है।

तेंदुए की मौत के मामले में मुकदमा

खड्डा थाना क्षेत्र के शिवपुर गांव में महिला समेत तीन लोगों को घायल करने के बाद मृत पाए गए तेंदुए की मौत भाला मारने से हुई थी। इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है। वन विभाग की ओर से अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।

सोहगीबरवा वन्यजीव अभ्यारण्य के जंगल से निकलकर खड्डा थाना क्षेत्र के शिवपुर गांव में बुधवार की सुबह बांस की आड़ में छिपे तेंदुए ने हमला कर सरिता, छोटेलाल व राकेश को घायल कर दिया था। कुछ समय बाद तेंदुआ की भी मौत हो गई थी। उसके शरीर के पिछले हिस्से में गहरा घाव था। ग्रामीणों के मुताबिक तेंदुआ पहले से ही घायल था। वन विभाग के कर्मचारी तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए गोरखपुर चिड़िया घर गए थे। वहां पशु चिकित्सकों की तीन सदस्यीय टीम ने पोस्टमार्टम किया और भाला मारे जाने की पुष्टि की। उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद खड्डा वनक्षेत्राधिकारी बीके यादव ने अज्ञात हमलावरों के विरुद्ध वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।

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