गृह जनपद जाएंगे 70 फीसद संविदा चालक-परिचालक
कुशीनगर में 50 चालक तथा 50 संविदा परिचालकों की है तैनाती रोडवेज में कार्यरत संविदा कर्मियों को लेकर शासन ने उठाया कदम
कुशीनगर : पडरौना डिपो में कार्यरत संविदा चालक-परिचालक अब अपने गृह जनपदों में अपनी सेवा देंगे। गृह जनपद से दूर दूसरी जगहों पर नौकरी करने वाले इन संविदा कर्मियों के सामने आने वाली दिक्कतों को देखते हुए शासन ने यह कदम उठाया है। जिले में कार्यरत ऐसे कर्मियों ने अपने गृह जनपद में तबादले के लिए एआरएम कार्यालय में आवेदन भी शुरू कर दिया है। परिवहन विभाग के अनुसार यहां लगभग 70 फीसद चालक-परिचालक बाहरी हैं, जिन्हें इस फैसले से लाभ मिलेगा।
वर्ष 2013 में पडरौना डिपो की स्थापना हुई थी। इससे पहले यहां बसों का संचलन देवरिया डिपो की देखरेख में होता था। मौजूदा समय में डिपो के पास परिवहन निगम की 21 तथा 14 अनुबंधित सहित कुल 35 बसें हैं। यहां से दो दर्जन बसें लंबी दूरी दिल्ली, गाजियाबाद, कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज आदि बड़े शहरों के लिए संचालित होती हैं। जबकि अन्य बसें शहर, जनपद व मंडलीय क्षेत्र में संचालित होती हैं। परिवहन व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे और यात्रियों को कोई परेशानी न हो इसके लिए डिपो में संविदा पर तैनात 50 परिचालक तथा 50 चालक हैं। इनमें 70 चालक-परिचालक गैर जनपदों के हैं। सिर्फ 30 चालक-परिचालक जिले के निवासी हैं।
संविदा कर्मचारी उत्साहित : एआरएम
एआरएम बिदू प्रसाद ने बताया कि संविदा चालक तथा परिचालक अब अपने गृह जनपद में तैनाती पा सकेंगे। परिवहन मंत्री की घोषणा के बाद ऐसे कर्मी उत्साहित हैं। पडरौना डिपो में सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, एटा, सुल्तानपुर आदि जिलों के चालक-परिचालक कार्यरत हैं। अपने गृह जनपद में तबादला के लिए इन संविदा कर्मियों का आवेदन भी प्राप्त होने लगा है। शीघ्र ही आदेश पर अमल होगा।