कसाडा में भवन निर्माण की 50 पत्रावलियां लंबित

कुशीनगर में भवन बनाने के लिए एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया की एनओसी के लिए चक्कर लगा रहे हैं लोग आवेदकों ने की समाधान कराने की मांग।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 12:46 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 12:46 AM (IST)
कसाडा में भवन निर्माण की 50 पत्रावलियां लंबित
कसाडा में भवन निर्माण की 50 पत्रावलियां लंबित

कुशीनगर : एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया (एएआइ) के अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के अभाव में कुशीनगर विशेष क्षेत्र प्राधिकरण (कसाडा) में 50 लोगों की भवन निर्माण की पत्रावलियां लंबित हैं। जब तक अथारिटी एनओसी नहीं जारी करती तब तक कसाडा भवन निर्माण की अनुमति नहीं देगा।

दरअसल कसाडा ने भवन मानचित्र स्वीकृत किए जाने में एयरपोर्ट अथारिटी के नियम व प्रविधान लागू कर दिए हैं। एयरपोर्ट के ढाई किमी क्षेत्र को रेड जोन घोषित कर दिया गया है। रेड जोन में कोई भी मानचित्र एएआइ की एनओसी के बगैर स्वीकृत नहीं किया जाएगा। ग्रीन जोन में कसाडा बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र के मानचित्र स्वीकृत तो करेगा, लेकिन इसकी सूचना अनिवार्य रूप से एएआइ को देनी होगी। एएआइ को एनओसी के लिए आनलाइन आवेदन करना होता है। एआइसी का सर्वेयर आवेदन की जांच के बाद सक्षम अधिकारी को अग्रसारित करता है। एनओसी के लिए कसाडा कार्यालय पहुंचे सतीश चंद्र त्रिपाठी, नरेंद्र कुमार सिंह, सुनीता देवी, अकालून, उमेश दूबे आदि आवेदकों ने अधिकारियों से समस्या का समाधान कराने की मांग की है। कसाडा के मुख्य लिपिक आशीष द्विवेदी ने एनओसी के अभाव में 50 लोगों के आवेदन लंबित होने की पुष्टि की। एसडीएम व कसाडा के सचिव प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि एयरपोर्ट अथारिटी से वार्ता कर एनओसी मामलों के निस्तारण के लिए कहा जाएगा।

सीएम का ओएसडी बन कर विधायक से मांगा रुपया

मुख्यमंत्री का ओएसडी बन कर जालसाज ने सोमवार को हाटा विधायक पवन केडिया को संदेश भेजकर रुपये की मांग की। शंका होने पर विधायक ने इसकी शिकायत तत्काल पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र पटेल से की। पुलिस जांच पड़ताल कर रही है।

विधायक शाम को चार बजे अपने आवास पर जन समस्या सुन रहे थे। तभी उनके मोबाइल पर मैसेज आया। लिखा था कि मुख्यमंत्री का ओएसडी हूं, इस समय मुख्यमंत्री जी के साथ प्रतापगढ़ में हूं। परिचित व्यक्ति दुर्घटना में घायल हो गया है। तत्काल साढ़े बारह हजार रुपये की आवश्यकता है। आप रुपये तत्काल भेजिए। मुख्यमंत्री का ओएसडी बताने पर विधायक को शंका हुई। उन्होंने तत्काल इसकी जांच पड़ताल की तो मामला फर्जी लगा। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से की। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि साइबर सेल मामले की जांच पड़ताल कर रहा है।

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