2734 लोगों का हुआ टीकाकरण

अस्पतालों पर भ्रमण कर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मातहतों को जरूरी निर्देश देते रहे। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. संजय गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमण में लगातार बढ़ोत्तरी को देखते हुए वैक्सीनेशन में देरी न करें। तत्काल पंजीकरण करा अपने नजदीकी केंद्र पर जाएं और टीका लगवाएं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 12:20 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 12:20 AM (IST)
2734 लोगों का हुआ टीकाकरण
2734 लोगों का हुआ टीकाकरण

कुशीनगर: जनपद के 18 वैक्सीनेशन केंद्रों पर शुक्रवार को 2734 लोगों का टीकाकरण हुआ। इसमें 1834 लोगों को पहली व 900 को दूसरी डोज दी गई। कुल 7200 का लक्ष्य रहा। पुरुष एवं नेत्र चिकित्सालय में रविद्र मिश्र, राम संवारे पाठक, कप्तानगंज सीएचसी पर पूनम देवी व राहुल सिंह आदि ने टीका लगवाया।

अस्पतालों पर भ्रमण कर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मातहतों को जरूरी निर्देश देते रहे। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. संजय गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमण में लगातार बढ़ोत्तरी को देखते हुए वैक्सीनेशन में देरी न करें। तत्काल पंजीकरण करा अपने नजदीकी केंद्र पर जाएं और टीका लगवाएं।

परेशानी होने पर तत्काल दें सूचना

-सीएमओ डा.एनपी गुप्ता ने कहा कि प्रतिरक्षित व्यक्ति को यदि बेचैनी या किसी भी तरह की समस्या होती है तो निकटतम स्वास्थ्य अधिकारियों, एएनएम और आशा को तत्काल सूचना दें।

निर्देशों का करें अनुपालन

-वैक्सीनेशन कार्ड के पहले पेज पर नाम, पता, मोबाइल नंबर, डोज की अगली तिथि के अलावा पीछे की तरफ मास्क लगाने, साबुन से हाथ धोने व शारीरिक दूरी बनाकर रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसका अनुपालन जरूर करें। कराएं पंजीकरण, लगवाएं टीका

-जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. संजय गुप्ता ने बताया कि सरकार की नई गाइड लाइन के अनुसार अब 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को आन लाइन पंजीकरण कराना होगा। इसके बाद ही टीका लगेगा। इसलिए इच्छुक लोग पंजीकरण के बाद ही टीका लगवाने केंद्रों पर जाएं।

भय के साए में सेवा कर रहे स्वास्थ्यकर्मी

नगर स्थित पुरुष एवं नेत्र चिकित्सालय में तैनात स्वास्थ्यकर्मी अपनी जान खतरे में डालकर मरीजों की सेवा कर रहे हैं। बीते 20 दिन से चिकित्सालय में न तो पीपीई किट उपलब्ध है और ना ही सैनिटाइजर व मास्क। संसाधनों की कमी से जूझते कर्मियों ने ईमानदारी से ड्यूटी निभाते हुए इससे अधीक्षक तथा सीएमओ को अवगत कराया , लेकिन इस समस्या का समाधान नहीं हो सका।

इस चिकित्सालय पर नगर में निवास कर रहे 40 हजार से अधिक की आबादी के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी है। कोरोना संक्रमण के इस काल में यहां तैनात स्वास्थ्यकर्मी दिन-रात ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं, लेकिन संसाधनों के अभाव में लड़खड़ाती व्यवस्था को लेकर जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं। इससे स्वास्थ्यकर्मियों में भय व निराशा का माहौल है। कोविड जांच जैसी जिम्मेदारी निभा रहीं एएनएम काजल सिंह कहतीं हैं कि यहां पीपीई किट नहीं है। निजी स्तर पर वह इसकी व्यवस्था कर हर दिन पहुंचने वाले लोगों की वह जांच करतीं हैं। बीएचडब्लू गिरीजा पांडेय ने बताया कि चिकित्सालय में सैनिटाइजर व मास्क खत्म हुए एक माह के करीब हो गया। संसाधनों की कमी से सीएमओ कार्यालय को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन अब तक इसकी आपूर्ति नहीं हो पाई। आशा कार्यकर्ता आशा मिश्रा ने कहा कि अब तो चिकित्सालय में कार्य करने में भय लग रहा है।

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